दिल्ली: पत्रकार राणा अयूब की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राणा अयूब के खिलाफ गाजियाबाद की विशेष अदालत में शिकायत दर्ज की है। ईडी ने इस शिकायत में कहा है, कि पत्रकार अयूब राणा ने अवैध रूप से जनता से फंड जुटाया है। राणा ने यह फंड धोखाधड़ी के इरादे से ऑनलाइन क्राउड फंडिंग प्लेटफॉर्म Ketto के जरिए जुटाया है।
वहीं ईडी ने बताया, कि जुटाया गया यह फंड पत्रकार राणा अयूब के पिता और उनकी बहन के बैंक अकाउंट में आए थे। जिसके बाद अयूब राणा ने उन पैसों को अपने निजी बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर लिया था। इतना ही नहीं ईडी के मुताबिक उन्होंने 50 लाख रुपए अपने नए बैंक अकाउंट में डिपॉजिट किए थे, और तकरीबन 29 लाख रुपए राहत कार्य में खर्च किए थे।
बतादें, राणा अयूब ने गरीबों की मदद और करोना से प्रभावित लोगों को सहारा देने के लिए ऑनलाइन धन एकत्रित किया था, लेकिन उन्होंने उस धन का सही उपयोग नहीं किया था। राणा अयूब पर आरोप है, कि उन्होंने एकत्रित धन का गलत इस्तेमाल किया था, मामला संज्ञान में आने के बाद एजेंसी ने राणा अयूब के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
ईडी का कहना है, कि धन जुटाने के बाद राणा अयूब ने इसका गलत उपयोग किया था। उन्होंने एकत्रित किए गए धन में से 50 लाख रुपए अपने अकाउंट में डिपॉजिट करवाए थे। जिसकी उन्होंने एफडी कराई थी। जबकि यह एकत्र किया गया धन कथित तौर पर कोरोना काल में गरीबों की मदद के लिए जुटाया गया था।
खबर यह भी आ रही है, कि कोविड में गरीबों की मदद के साथ-साथ बाढ़ पीड़ितों की मदद को लेकर भी राणा अयूब ने ऑनलाइन फंड जुटाया था। ईडी ने राणा अयूब द्वारा धन का सही इस्तेमाल नहीं करने को अपराध माना है। फिलहाल, अभी इस पूरे मामले में आगे की जांच जारी है।
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