प्रोपेगैंडा वेबसाइट ‘द वायर’ झूठ फैलाता पकड़ा गया है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालविया को लेकर छापी गई ‘द वायर’ की रिपोर्ट पर फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने झूठी खबर छापने के आरोप लगाए हैं। मेटा ने ‘द वायर’ की रिपोर्ट को मनगढ़ंत बताया है। 10 अक्टूबर को पब्लिश एक रिपोर्ट में वायर ने कहा था, कि अगर बीजेपी के अमित मालवीय पोस्ट की रिपोर्ट करते हैं, तो इंस्टाग्राम उस पोस्ट को तुरंत डिलीट कर देता है।
‘द वायर’ का झूठ एक बार फिर से सबके सामने आ गया है। मेटा ने ‘द वायर’ का झूठ पकड़ लिया है। मेटा ने बीजेपी के आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय को मिले सेंसरशिप के विशेषाधिकारों पर ‘द वायर’ की रिपोर्ट को ‘गलत और भ्रामक’ बताया है, और कहा कि प्रस्तुत दस्तावेज मनगढ़ंत प्रतीत होते हैं।
‘द वायर’ ने भारत की सत्ताधारी पार्टी के आईटी सेल के अधिकारी के पास प्रभावी रूप से इंस्टाग्राम से एकतरफा पोस्ट हटाने का लेख प्रकाशित किया था। जिसपर मेटा ने ‘द वायर’ पर झूठी खबर छापने का आरोप लगाया है। रिपोर्ट को ‘गलत और भ्रामक’ बताते हुए, कहा कि प्रस्तुत दस्तावेज मनगढ़ंत हैं।
लेख प्रकाशित होने के बाद, मेटा के संचार प्रमुख एंडी स्टोन ने कहानी को खारिज करते हुए कहा कि यह मनगढ़ंत दस्तावेजों पर आधारित है। मेटा के लिए लेखों पर आक्रामक रूप से पीछे हटना असामान्य नहीं है, और प्रकाशनों के लिए मेटा द्वारा पीछे की गई कहानियों के साथ खड़े होना भी असामान्य नहीं है।
मेटा ने सार्वजनिक रूप से बहुत गंभीर आरोप लगाया है, कि ‘द वायर’ ने गैर-जिम्मेदाराना तरीके से गढ़े हुए दस्तावेजों पर आधारित दो व्यापक रूप से प्रसारित लेख प्रकाशित किए। जो पूरी तरह से मनगढ़ंत हैं।
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