आगरा: एशिया के सबसे बड़े चमड़ा खास तौर पर जूता उद्योग से जुड़े कारोबारी आज से अगले तीन दिनों तक दुनिया भर के कारोबारियों के साथ व्यापार वृद्धि को लेकर विचार विमर्श कर रहे हैं। इस अवसर पर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पियूष गोयल भी चमड़ा निर्यात को बढ़ाने के लिए सरकार की नीतियों की जानकारी दे रहे हैं।
आगरा फुटवियर मैन्यूफैक्चर एंड एक्सपोर्ट चैंबर द्वारा आयोजित मीट एट आगरा कॉन्क्लेव में आगरा ट्रेड से जुड़े 220 निर्यातक 45 देशों से आए कारोबारियों के साथ व्यापार बढ़ाने की संभावनाओं को लेकर चर्चा करेंगे।
बतादें, अभी आगरा से तीस हजार करोड़ का जूता और चमड़े से जुड़ी वस्तुओं का निर्यात होता है, जो देश के चमड़ा वस्तु निर्यात का 27 प्रतिशत है। भारत में जूता और चमड़े के बाजार की 65 फीसदी आपूर्ति आगरा से होती है, जिसमें तीन लाख तीस हजार से ज्यादा कारीगरों को रोजगार मिला हुआ है।
केंद्र और राज्य सरकार इसे अगले दो सालों में दो गुना करना चाहती है। चैंबर ने इस दिशा में कोशिश करते हुए, इस समिट का आयोजन किया है।
वहीं वाणिज्य मंत्री पियूष गोयल ने कहा, कि आगरा से जूता और चमड़े से बनी वस्तुओं के निर्यात की बड़ी संभावनाएं हैं। आगरा के उत्पादक, दुनिया के कारोबारियों के साथ अंतरराष्ट्रीय क्वालिटी स्टेंडर्ड पर विचार-विमर्श करेंगे, तो उसके बेहतर परिणाम होंगे, हमारे यहां से दुनियां भर के टॉप ब्रांडों के लिए निर्यात होता है, इसे हम और बढ़ाना चाहते हैं।
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