मथुरा। योगी सरकार के आग्रह पर केंद्र सरकार ने ब्रज तीर्थ स्थलों के विकास का खाका खींच दिया है। इस बारे में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई है। करीब सात हजार करोड़ के इस प्रोजेक्ट की डीपीआर एनएचएआई के अधिकारियो ने तैयार कर ली है।
जानकारी के मुताबिक बांके बिहारी मंदिर और श्री कृष्ण जन्म भूमि को केंद्र में रखकर केंद्र और राज्य सरकार ने तीर्थ स्थलों के विकास की योजना को अंतिम रूप दे दिया है। श्री कृष्ण तीर्थ से जुड़े सभी धाम, सभी मंदिरों को एक ही पथ में रखकर राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ा जाएगा। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि हमने जिला प्रशासन, बृज तीर्थ विकास परिषद, स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ बैठ कर एक कॉरिडोर योजना को अंतिम रूप दिया है। यह योजना करीब सात हजार करोड़ की है।
जानकारी के मुताबिक 326 किमी लंबे ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा पथ को चार लेन लेन में तब्दील किया जाएगा इस सड़क के किनारे सात सात मीटर का पैदल पथ भी बनाया जाएगा। इसके 26 पड़ाव भी बनाए जाएंगे जिनमें से प्रत्येक छह एकड़ का होगा।
उधर, बांके बिहारी मंदिर के आसपास अब भूमि अधिग्रहण का काम शुरू होने जा रहा है। इसके लिए सरकार ने पहले ही घोषणा कर दी है। जानकारी के मुताबिक वृंदावन के करीब 1700 छोटे भवन, मंदिर धर्मशालाओं को यहां से स्थानांतरित कर श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं बढ़ाई जाने की योजना है।
यूपी सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, तीर्थ परिषद के अध्यक्ष शैलजा कांत मिश्र, सीईओ नागेंद्र प्रताप इस बारे में लगातार बैठक कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जानकारी दे रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक ब्रज कोरिडोर को यमुना एक्सप्रेस हाईवे और राष्ट्रीय राजमार्गों से ऐसा जोड़ा जाएगा, जिससे कि श्रद्धालुओं को एक ही पथ पर श्री कृष्ण तीर्थों के दर्शन हो सकें।
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