राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मध्य प्रदेश में एक सप्ताह के भीतर पीएफआई (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया) के ठिकानों पर दूसरी बार छापामार कार्रवाई की है। एनआईए की अलग-अलग टीमों ने मध्य प्रदेश एंटी टेररिज्म स्क्वायड (एटीएस) और राज्य पुलिस के सहयोग से मंगलवार को तड़के करीब 3.00 बजे इंदौर, भोपाल, उज्जैन समेत प्रदेश के आठ शहरों में एक साथ दबिश देकर 21 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इनके पास से भारी मात्रा में तकनीकी उपकरण, देश विरोधी कागजात और डिजिटल दस्तावेज बरामद हुए हैं।
प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने इसकी पुष्टि करते हुए मंगलवार सुबह पत्रकारों को बताया कि एनआईए ने राज्य पुलिस की मदद से आठ जिलों से पीएफआई से जुड़े 21 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों इंदौर और उज्जैन से जिन चार संदिग्धों को पकड़ा गया था, उन्हीं से पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई की गई है।
सूत्रों के अनुसार एनआईए ने एटीएस की मदद से भोपाल के शाजहानाबाद इलाके से पीएफ़आई के सदस्य अब्दुल रऊफ बेलिम को हिरासत में लिया है। उसके बारे में एटीएस को जानकारी मिली थी कि वह पीएफआई को विदेश से आर्थिक मदद जुटाने वाले गिरोह से जुड़ा है। एटीएस ने इंदौर में पीएफआई से जुड़े चार सदस्यों को पकड़ा है। इन चारों से पूछताछ जारी है। इनमें छिपा बाखल निवासी मोहम्मद युसूफ और तौसिफ अहमद, चंदन नगर निवासी अब्दुल सईद टेलर और जूनी इंदौर निवासी जहीर वसीम हैं। मोहम्मद यूसुफ पीएफआई का सचिव है, जबकि सईद टेलर जिला कमेटी का सदस्य है। सईद टेलर को छत्रीपुरा थाना क्षेत्रान्तर्गत कागदीपुरा में मस्जिद के सामने स्थित मकान से हिरासत में लिया गया है। सईद टेलर पीएफआई पदाधिकारी है।
इसी तरह एनआईए से मिले इनपुट के आधार पर मध्य प्रदेश एटीएस ने उज्जैन जिले से पीएफआई के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनमें उज्जैन के अवंतीपुरा, नगारची बाखल और विराज नगर सहित महिदपुर के नागौरी मोहल्ले से एक-एक पीएफआई सदस्य शामिल हैं। इनके अलावा एटीएस ने नीमच, शाजापुर, श्योपुर और गुना में भी कार्रवाई की है। इन जिलों से भी पीएफआई के संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
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