मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार और सह आयुक्त अनूप चंद्र पांडे के नेतृत्व में भारत के चुनाव आयोग की एक उच्च स्तरीय टीम ने राज्य में चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया। जिसके बाद मुख्य चुनाव आयुक्त और उनकी टीम दिल्ली वापस लौट आई है। इस दौरान राजीव कुमार ने संकेत देते हुए कहा, कि हिमालय शिवालिक की जनजातीय सीटों पर 15 नवंबर से पहले चुनाव हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि, इस बारे में सभी राजनीतिक दलों ने राय दी है, और इस का निर्णय दिल्ली में विभागीय आपसी विचार विमर्श के बाद लिया जाएगा, कि कितने चरणों में राज्य का चुनाव कराया जाएगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और सह आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय ने शिमला में पत्रकारों से रूबरू होते हुए, कहा कि सभी 7880 मतदान केंद्रों पर राज्य निर्वाचन आयोग की तैयारियां पूरी है। इनमें से 7235 ग्रामीण क्षेत्र हैं। आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि राज्य में आबकारी, पुलिस, राजस्व, परिवहन, आय और राज्यकर आदि विभागों के अधिकारियों को अपने-अपने चुनावी दायित्व पर काम करने के लिए निर्देशित किया गया है।
वहीं उन्होंने कहा कि राज्य की सीमाओं पर अभी से चेकिंग अभियान शुरू किया जाए। उन्होंने बताया कि राज्य में 2200 अपराधियों की सूची बनाई गई है, जिनपर नजर रखना और वह चुनाव को प्रभावित नहीं करें, ऐसी व्यवस्था बनाए जाने के लिए पुलिस को आदेश दे दिया गया है। इसी के साथ ही आयुक्त ने कहा कि चुनाव लड़ने और वोट देने का अधिकार सभी को है, यदि कोई अपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति चुनाव लड़ता है, तो उसे तीन बार विज्ञापन के जरिए अखबार में यह बताना होगा, कि उसने यह अपराध किए हैं।
सहायक चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय के मुताबिक हिमाचल में 142 मतदान केंद्रों पर महिलाएं तैनात होंगी, और सुरक्षा के लिए भी महिलाओं की तैनाती की जा रही है। आयुक्त ने कहा कि हिमाचल में 2723843 पुरुष, 2664569 महिला मतदाता अपने मतों का प्रयोग करेंगे। इनमें से 1294 वोटर सौ साल से अधिक उम्र के हैं।
इसी के साथ ही मतदान ज्यादा से ज्यादा हो, इसको लेकर राज्य निर्वाचन अधिकारी को जनजागरण अभियान शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। बतादें हिमाचल विधानसभा का कार्यकाल 8 जनवरी 2023 को पूरा हो रहा है। जहां 48 सामान्य और 17 अनुसूचित जाति, जनजातीय सीटों पर चुनाव होना है।
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