छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है और वहां के सीएम भूपेश बघेल पूरे देश में सबसे कम बेरोजगारी की दर छत्तीसगढ़ में होने का बार- बार दावा कर रहे हैं, वहीं मंगलवार को नवा रायपुर स्थित मंत्रालय परिसर में एक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी, ड्राइवर ने बेरोजगारी से परेशान होकर खुदकुशी कर ली। हाल में ही उसे छंटनी कर नौकरी से हटा दिया गया था।
कर्मचारी की इस मौत से अब दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के संगठनों में आक्रोश है। बताया जा रहा है कि छंटनी का शिकार हुआ कर्मचारी बेरोजगारी से परेशान था और इसी वजह से उसने जान दे दी है। पुलिस आत्महत्या के इस मामले में खाद्य विभाग के अधिकारियों से भी पूछताछ की बात कह रही है।
राखी थाने के प्रभारी लक्ष्मी जायसवाल ने बताया कि खुदकुशी करने वाले कर्मचारी का नाम योगेश वानखेड़े भिलाई का रहने वाला था और मंत्रालय के फूड डिपार्टमेंट में ड्राइवर की नौकरी करता था। योगेश के घरवालों के अनुसार कुछ दिनों से वह अपने काम और वेतन को लेकर परेशान था।
मंगलवार को योगेश अपने काम के सिलसिले में ही विभाग के अधिकारियों से मिलने आया था। वो यहां ड्राइवर की नौकरी करता था। परिजनों के मुताबिक कुछ दिन पहले उसे नौकरी से हटा दिया गया। इसी बात को लेकर योगेश परेशान था। उसका कुछ वेतन भी बकाया था, पैसे नहीं मिलने की वजह से वो तनाव में था। जिस पार्किंग में वो विभाग की गाड़ी पार्क करता था, वहीं एक पेड़ से अपने गमछे से फंदा बनाकर झूल गया। युवक के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
सोशल मीडिया में योगेश के मौत की खबर वायरल होने पर सभी कर्मचारियों ने मंत्रालय में जमा होकर आक्रोश जताते हुए जमकर नारेबाजी की है। इस मामले में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की जा रही है।
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