पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई हाजियों ने पुलिस की नाक में दम किया हुआ है। ये हाजी समाज के सामने शराफत का चोला ओढ़ कर बैठे हुए है जबकि इनके कारनामे ऐसे है कि कानून के शिकंजे से ये बच नहीं पा रहे है, इनके खिलाफ गैंगस्टर जैसी कठोर धाराएं लगाई जा रही है। इन हाजियों में से दो लंबे समय से फरार चल रहे है खास बात ये कि ये दोनों सफेदपोश माफिया साबित हो रहे है।
मेरठ में गैर कानूनी रूप से मीट की पैकिंग करने वाले पूर्व बसपा सरकार के मंत्री हाजी याकूब कुरैशी इन दिनों फरार चल रहे है, पुलिस इनको पकड़ने के लिए कई जगह दबिश दे चुकी है पर ये अभी तक हाथ नही आए है।31 मार्च 2022 को इनकी फैक्ट्री और दो दिन बाद बिना लाइसेंस चल रहे अस्पताल को पुलिस प्रशासन ने सील किया था। मीट फैक्ट्री में पांच करोड़ रु का मांस भी सील किया हुआ है, इस मामलें में हाजी याकूब और उनके साथ 17लोग नामजद किए गए है। जिनमे हाजी याकूब की पत्नी और दो पुत्र भी शामिल है। मेरठ पुलिस ने हाजी याकूब को कई बार मौका दिया कि वो आत्म समर्पण कर दे किंतु वो पुलिस के समक्ष हाजिर नहीं हुए। हाजी याकूब के वकील उनकी अग्रिम जमानत के लिए उच्च अदालतों में चक्कर काटते रहे परन्तु उनकी अर्जियां वहां खारिज होती रही।
एएसपी चंद्रकांत मीना के मुताबिक हाजी याकूब के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगाने के लिए फाइल डीएम के पास पहुंच गई है उम्मीद है आज उसपर हस्ताक्षर हो जायेंगे और फिर हर चौराहे पर हाजी याकूब कुरैशी के वांटेड पोस्टर चस्पा कर दिए जाएंगे। इन पर अब इनाम भी घोषित किया जा रहा है।
एक और हाजी साहब की सहारनपुर पुलिस को लंबे अरसे से तलाश है। महिला का यौन शोषण,संपत्ति कब्जाने, अवैध खनन, धमकी और सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने जैसे दर्जनों मामलो में आरोपी हाजी इकबाल भी बसपा के समय एमएलसी रहे है। योगी सरकार ने इनके खिलाफ मामलें तो दर्ज किए ही है। केंद्र सरकार के ईडी, आयकर, राज्यकर, एनजीटी जैसे कई विभागों के मामलें भी दर्ज है। हाजी इकबाल पिछले डेढ़ सालों से फरार चल रहा है, हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट से भी इनकी जमानत अर्जी खारिज हो चुकी है।
हाजी इकबाल के भाई ,पुत्र जेल जा चुके है। इन सभी पर गैंगस्टर एक्ट लगाया जा चुका है और अभी तक इनकी पांच सौ करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को सरकार कुर्क कर चुकी है हाजी इकबाल पर सरकार ने इनाम भी घोषित किया है सहारनपुर के एसएसपी डा. विपिन हांडा कहते है हाजी इकबाल जिले का मोस्ट वांटेड अपराधी है हमे उसे गिरफ्तार करना ही है। पुलिस इसके लिए बराबर दबिश मारती है।
एक और हाजी साहब है मेरठ के जिन्हे हाजी गल्ला के नाम से जनता जाता है और उनका असल नाम नईम है। हाजी नईम ,सोती गंज के वाहन चोरी कबाड़ बाजार का सब बड़ा नाम है, सैकड़ों लोग इसके गैंग में काम करते है। हाजी गल्ला गैंगस्टर में निरुद्ध हुआ और इसकी करीब सौ करोड़ की संपत्ति, यूपी उत्तराखंड पंजाब दिल्ली में सामने आई है जिसे पुलिस प्रशासन ने कुर्क किया है। हाजी गल्ला इस वक्त जेल में है और उसके वकीलों ने कुर्क संपत्ति को रिलीज करने के लिए कोर्ट में एड़ी चोटी का जोर लगाया हुआ है।
माना जाता है कि हज करने के बाद व्यक्ति गलत कामों से तौबा कर लेता है किंतु यहां ये तीनों हाजियों के ऊपर जिस तरह के आरोप पुलिस प्रशासन ने लगाए हुए है उसे देख इनके हाजी होने पर सवाल उठ रहे है।
टिप्पणियाँ