अपनी जान को जोखिम में डालकर दूसरों की सेवा का जो संस्कार कार्यकर्ताओं के मन में डाला जाता है। समय आने पर संगठन के कार्यकर्ता उस पर खरे भी उतरते हैं। इसकी बानगी लखनऊ में दिखी। यहां के होटल लिवाना में सोमवार को सुबह आग लगने की सूचना पर सबसे पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता पहुंचे और होटल में फंसे लोगों को निकालने में मदद की।
लेवाना होटल में आग लगने की जानकारी मिलने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अवध प्रान्त के प्रान्त संगठन मंत्री अंशुल श्रीवास्तव अपने साथ चार कार्यकर्ताओं को लेकर दमकलकर्मियों के पहुंचने से पहले वहां पहुंचे और खिड़की के रास्ते होटल में ठहरे चार लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। इसके बाद दमकल की गाड़ियां व पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया।
बताया गया कि आग लगने के बाद पूरे होटल में धुआं भर गया था जिसकी वजह से कुछ दिखाई नहीं पड़ रहा था। घटना के समय होटल के 18 कमरे बुक थे और करीब 40 लोग ठहरे थे। फंसे हुए लोगों को निकालकर सिविल अस्पताल पहुंचाया। इस दौरान अभाविप कार्यकर्ताओं ने राहत व बचाव कार्य में प्रशासन का सहयोग किया। कार्यकर्ताओं ने होटल से घायल अवस्था में निकाले गये लोगों को एम्बुलेंस से सिविल अस्पताल पहुंचाने में सहयोग किया। अभाविप के कार्यकर्ताओं ने जरूरत पड़ने पर रक्तदान के लिए सिविल अस्पताल के चिकित्सकों से कहा।
अभाविप अवध प्रान्त के प्रान्त संगठन मंत्री अंशुल श्रीवास्तव ने बताया कि परिषद के कार्यकर्ता होटल में फंसे लोगों की प्राणरक्षा के लिए सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे और कई लोगों को सुरक्षित निकालने में मद्द की।
उल्लेखनीय है कि होटल लिवाना में सोमवार को सुबह आग लगने की घटना में चार लोगों की मौत हो गई।राहत व बचाव दल ने 24 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है। इस घटना में 12-13 झुलसे लोगों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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