पश्चिम बंगाल स्थित कूचबिहार में पुलिस और एसटीएफ द्वारा चलाये गए एक खुफिया अभियान में अल कायदा के आतंकियों की खबर की पुष्टि हुई है. आतंकी दिनहाटा थाना अंतर्गत सीताई के शिंगीमारी को ठिकाने बनाए हुए थे. खुफिया सूत्रों के मुताबिक इनमें से एक का नाम मौज उर्फ सैफुद्दीन और दूसरे का नाम हसन उर्फ नूर कासिम है.
उल्लेखनीय बात यह है कि कुछ दिन पहले उत्तर 24 परगना से दो जिहादियों को गिरफ्तार किया गया था. एसटीएफ ने गुप्त सूचना के आधार पर इन्हें पकड़ा था. गिरफ्तार जिहादियों की पहचान अब्दुर रकीब और काजी आह सान उल्लाह के रूप में हुई. इनका आतंकी संगठन अल कायदा के साथ जुड़े होने का दावा किया गया है. खबर है कि गिरफ्तार किए गए जिहादियों के खिलाफ कई जगहों पर तोड़फोड़ की गतिविधियों के आरोप हैं. इन दोनों के नाम पर राज्य पुलिस के कई थानों में लिखित शिकायत भी दर्ज है. जब एसटीएफ ने रकीब से पूछताछ की तो इसने ही कूच बिहार में आतंकियों के मौजूदगी की जानकारी दी.
रकीब के संपर्क में थे दोनों आतंकी
एसटीएफ के अधिकारियों को जानकारी मिली है कि रकीब दोनों को सीताई लेकर आया था. साल 2017 से वे इस इलाके में रहकर स्थानीय मदरसों में तालीम लेने का ढोंग रचते हैं. पूछताछ में उसने बताया कि आतंकी मस्जिद में मौलवी था. ये दोनों आतंकी संगठनों को चलाने के लिए सोशल मीडिया और तकनीक के जरिए संपर्क में रहते थे.
बांग्लादेश के हैं जिहादी
खबर यह भी है कि आतंकी सैफुद्दीन और नूर दोनों का निकाह हो चुका है. इन दोनों ने सीताई इलाके की ही दो महिलाओं से शादी की. इनमें से एक के पिता का घर उत्तर 24 परगना और दूसरे का असम में है. दोनों जिहादी बांग्लादेश के रहने वाले हैं. इन सब खबरों के बाद एसटीएफ ने दो दिन पहले गुपचुप तरीके से एक ऑपरेशन को अंजाम दिया था, लेकिन इन्हें पकड़ा नहीं जा सका.
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