गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस छोड़ने के बाद पार्टी डैमेज कंट्रोल के प्रयास में लगी है, लेकिन उसके सारे प्रयास विफल हो रहे हैं. राज्य के नेता लगातार इस्तीफा दे रहे हैं. कोई भी डूबते हुए ‘जहाज’ पर सवारी नहीं करना चाहता. बहरहाल, अब फिर से जम्मू-कश्मीर, कांग्रेस एक झटका मिला है. पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद, पूर्व मंत्री अब्दुल मजीद वानी, पूर्व विधायक बलवान सिंह, पूर्व मंत्री डॉ. मनोहर लाल शर्मा, प्रदेश कांग्रेस महासिचव विनोद मिश्रा, विनोद शर्मा, नरिंद्र शर्मा समेत 50 से ज्यादा नेताओं ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. इन सभी नेताओं ने जम्मू में प्रेसवार्ता कर कांग्रेस का दामन छोड़ कर गुलाम नबी आजाद को समर्थन देने का ऐलान किया है.
दिग्गज नेता छोड़ रहे कांग्रेस
बता दें कि इससे पहले पूर्व डिप्टी स्पीकर गुलाम हैदर मलिक सहित कांग्रेस के तीन और नेताओं ने बीते सोमवार को गुलाम नबी आजाद के समर्थन में पार्टी से इस्तीफे की घोषणा की थी. राज्य के पूर्व विधायक हैदर मलिक, कठुआ से पूर्व एमएलसी सुभाष गुप्ता सहित डोडा से पूर्व एमएलसी श्याम लाल भगत ने पार्टी नेतृत्व को अपने इस्तीफे भेजे थे. हालांकि कांग्रेस जम्मू में शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में है. नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष विकार रसूल के साथ एआईसीसी की जम्मू-कश्मीर व लद्दाख मामलों की प्रभारी रजनी पाटिल जम्मू पहुंच रही हैं. दोनों नेताओं का जम्मू एयरपोर्ट से पार्टी मुख्यालय तक रैली निकालने की योजना है, ताकि पार्टी डैमेज कंट्रोल कर सके.
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