किशनगंज में जिहादी अपने खूंखार मंसूबे को पूरा करने के लिए हर प्रकार के षड्यंत्र कर रहे हैं। जमीन जिहाद के साथ लव जिहाद भी चरम पर है। जिहाद के लिए ये लोग बड़े स्तर पर लड़कियों की खरीद-बिक्री भी कर रहे हैं। चंडीगढ़ से भागकर किशनगंज आई एक पीड़िता ने इसका खुलासा किया है।
किशनगंज में पीड़िता ने बताया कि मोहम्मद अफाक नामक व्यक्ति ने स्वयं को कुंवारा और संपन्न बताकर उसके साथ निकाह कर लिया। निकाह के बाद लड़की के परिजनों को चंडीगढ़ में अपना सब्जी का बड़ा व्यवसाय बताया। लड़की जब चंडीगढ़ गई तो उसे स्याह सच दिखाई दिया। अफाक वास्तव में लड़कियों की तस्करी करता है।
उसके गिरोह में कई सदस्य हैं। गांव के गरीब और निरक्षर अभिभावकों की लड़कियों को ये लोग फांसते हैं। इनकी प्राथमिकता हिंदू लड़कियां होती हैं। कुछ दिनों तक तो सब ठीक ठाक रहता है। लेकिन एक-दो माह बाद ही इनका असली चेहरा सामने आ जाता है। अपनी पत्नी का ये लोग पहले अश्लील चित्र और वीडियो बनाते हैं। उसे इंटरनेट पर वायरल किया जाता है। फिर उन्हें ग्राहकों के साथ समझौता करने को कहा जाता है। मना करने पर अंतहीन यातनाएं दी जाती हैं।
इस गिरोह में किशनगंज के कई लोग चंडीगढ़ में सक्रिय हैं। भोले-भाले ग्रामीणों को कर्ज के दलदल में डालकर भी ये लोग उनकी लड़कियों का शोषण करते हैं। अगर कोई लड़की इनके गिरोह में शामिल हो जाए तो उसे इनाम भी मिलता है। लड़की को इस दलदल में लाने की दर भी तय है। हिंदू लड़कियों के लिए ज्यादा पैसे मिलते हैं। पीड़िता के अनुसार चंडीगढ़ में किशनगंज की 50 से अधिक लड़कियां इनके चंगुल में फंसी हुई हैं। पीड़िता ने एक स्वतंत्र ढंग से किशनगंज की लापता लड़कियों के बारे में जांच की भी मांग की है।
पीड़िता ने किशनगंज के पुलिस अधीक्षक को लिखित आवेदन दिया है। आवेदन के अनुसार पति मोहम्मद अफाक उसे दुनिया और परिवार की नजर में चरित्रहीन साबित करने के लिए उसकी अश्लील तस्वीर और वीडियो वायरल किया करता था। उसे शराब पिलाकर नशे की हालत में देह व्यापार करवाता था। किशनगंज पुलिस द्वारा गिरफ्तार अफाक से पूछताछ के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि किशनगंज जिले से दर्जनों गरीब लड़कियां लापता हैं। इस क्षेत्र में दलाल सक्रिय हैं। ये लोग पैसा लेकर ग्रामीण क्षेत्र की गरीब लड़कियों की शादी अंजान लोगों से करवा देते हैं। इनमें कई लड़कियां आज तक घर लौटकर नहीं आयी हैं। उन्होंने मांग की है कि ऐसे गिरोह में शामिल लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाए। इस मामले में किशनगंज पुलिस अधीक्षक डॉ इमानुल हक मेगनु ने कहा कि मामले को गंभीरता से लिया गया है। एक एसआईटी टीम का गठन कर उसे जांच का जिम्मा सौंपा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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