उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में हो रही शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक के दौरान भारतीय राष्ट्रध्वज को लहराते हुए ‘जय हो’ की गूंज सुनाई दी। बैठक में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुनियाभर में बढ़ते आतंकवाद पर चिंता जताते हुए इसे वैश्विक शांति के लिए खतरा करार दिया।
शंघाई सहयोग संगठन के राष्ट्राध्यक्षों का शिखर सम्मेलन अगले माह 15 व 16 सितंबर को उज्बेकिस्तान के समरकंद में प्रस्तावित है। इस शिखर सम्मेलन में भारत, रूस, चीन, पाकिस्तान, कजाखस्तान, उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान और किर्गिजस्तान के राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा लेंगे। उससे पहले ताशकंद में इन देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक हो रही है।
बैठक को संबोधित करते हुए भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एससीओ के सभी सदस्य देशों को मिलकर आतंकवाद का सामना करना चाहिए। उन्होंने यूक्रेन की स्थिति पर भारत की चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यूक्रेन की स्थिति को बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए। अफगानिस्तान की चर्चा करते हुए राजनाथ ने कहा कि भारत एक शांत, सुरक्षित और स्थायित्व वाले अफगानिस्तान की परिकल्पना करता है। उन्होंने बातचीत के जरिए राष्ट्रीय स्तर पर शांति स्थापना पर जोर दिया और कहा कि अफगानिस्तान की जमीन का प्रयोग आतंकवाद के लिए नहीं होने दिया जाना चाहिए।
इससे पहले भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अन्य सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों से मुलाकात की। राजनाथ सिंह ने अपने उज्बेक समकक्ष लेफ्टिनेंट जनरल बखोदिर कुर्बानोव के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इसके अलावा उन्होंने कजाकिस्तान और बेलारूस के समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं। बैठकों के दौरान तीनों देशों के साथ रक्षा सहयोग की समीक्षा की गई और आपसी हित के मुद्दों पर भी चर्चा की गई। बैठक के दौरान भारतीय सेना के बैंड ने ‘जय हो’ की धुन बजाई और इस दौरान वह भारतीय राष्ट्र ध्वज तिरंगा शान से लहराता रहा।
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