अमेरिका में भारत के कांसुलेट दफ्तर की दीवार पर एक खालिस्तानी नारा लिखा गया है जो बेशक समाचारों के अनुसार अलगाववादी चरमपंथियों की करतूत है। हैरानी की बात है कि यह घटना उस वक्त सामने आई है जब भारत स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना रहा है। अपनी आजादी की 75 वीं वर्षगांठ मना रहा है। बता दें कि एक प्रतिबंधित खालिस्तानी गुट ने स्वतंत्रता दिवस पर कुछ शरारत करने संबंधी एक भड़काऊ बयान भी जारी किया था।
अमेरिकी में यह भारतीय कॉन्सुलेट सान फ्रांसिस्को में है। प्राप्त रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इसी कॉन्सुलेट पर खालिस्तानी नारे लिखे देखे गए थे। उधर पाकिस्तान के जियो न्यूज चैनल ने कल जानकारी दी कि सान फ्रांसिस्को के भारतीय वाणिज्य दूतावास की दीवारों पर ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ नारे लिखे देखे गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इस संबंध में सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है।
भारत के स्वतंत्रता दिवस के अमृत महोत्सव के जश्न के दौरान सामने आई इस घटना की जितनी निंदा की जाए, कम है। एक खालिस्तानी गुट ने एक भड़काऊ बयान भी जारी किया। इसके तहत खालिस्तानी उग्रपंथी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर प्रमुख स्थानों पर ^खालिस्तानी झंडा* फहराने वाले के लिए नकद इनाम की घोषणा की थी।
उल्लेखनीय है कि 13 से 15 अगस्त तक ‘हर घर तिरंगा’अभियान चल रहा है। भारत सरकार ने इसे पूरे देश में बड़े पैमाने पर सफल बनाने का आह्वान किया है। यह विषेश रूप से हमारी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में चल रहा है। ऐसे में इस खालिस्तानी हरकत की हर ओर भर्त्सना हो रही है। सभ्य समाज ऐसी ओछी और देशविरोधी हरकतों पर खालिस्तानियों को लानत भेज रहा है। प्रतिबंधित खालिस्तानी गुट ‘सिख फॉर जस्टिस’ (एसएफजे) ने 15 अगस्त को मेलबर्न, लंदन, मिलान, सान फ्रांसिस्को, वैंकूवर और टोरंटो में भारतीय दूतावासों पर ‘खालिस्तानी झंडा’ फहराने की शैतानी घोषणा की थी। आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू इसी एसएफजे से जुड़ा है। इसी ने अपने एक बयान में पाकिस्तान के नेता मुहम्मद अली जिन्ना की तारीफ की थी। विषेशज्ञों का मानना है कि इस गुट को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से भारत विरोधी हरकतें करने के लिए ढेरों पैसा मिलता है। पन्नू इसी बड़ी साजिश का एक प्रमुख मोहरा है।
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