आजादी के अमृत महोत्सव के साथ साथ एक दिन पहले चौदह अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल लाल किले से इस दिन बंटवारे के दौरान मारे गए लाखो हिंदुओ की स्मृति में ये दिन मनाए जाने की घोषणा की थी।
उत्तराखंड के पंजाबी बाहुल्य क्षेत्र उधम सिंह नगर जिले में विभाजन के दौरान अपने ही देश से पलायन होकर आए लाखो हिंदू पंजाबी परिवारों को यहां बसाया गया था, इनमे ऐसे लोग आज भी जीवित है जिन्होने बंटवारे का दर्दनाक मंजर देखा था, ऐसे लोगो को उत्तराखंड सरकार सेनानी सम्मान देने जा रही है, इस के लिए रुद्रपुर शहर में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर एक कार्यक्रम चौदह अगस्त को आयोजित किए जा रहा है, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट इस कार्यक्रम में बंटवारे के दौरान कष्ट उठाने वाले लोगो का सम्मान करेंगे।
मुख्यमंत्री धामी के अनुसार आजादी के बाद पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने इन बलिदानी परिवारों और सेनानियो की सुध ली है, इसके लिए हम पीएम मोदी के आभारी है। रुद्रपुर विधायक और कार्यक्रम संयोजक शिव अरोरा ने बताया कि हम करीब तीन सौ सेनानियो का सम्मान करेंगे और आजादी के दौरान बलिदान हुए बारह लाख हिंदुओ को श्रद्धा सुमन भीं अर्पित करेंगे।
कार्यक्रम में सहभागी उत्तरांचल पंजाबी महा सभा के अध्यक्ष राजीव घई ने बताया कि ऐसे सेनानी परिवारों से घर घर जाकर संपर्क किया गया है जो की बंटवारे के पूर्व , अविभाजित भारत में पैदा हुए थे, इनमे से कुछ लोग ऐसे भी है जिन्होने बंटवारे का दहशत का मंजर अपनी आंखो से देखा है।
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