ईमानदारी व सादगी के दावे करती आरही आम आदमी पार्टी का सरकारी खजाने की फिजूल खर्ची का मामला सामने आया है। आपत्तिजनक बात तो यह है कि मुख्यमन्त्री भगवंत मान के शपथ लेने से पहले ही पार्टी के नेताओं ने सरकारी खजाने का दुरुपयोग करना शुरू कर दिया। इस साल 10 मार्च को चुनावी जीत के बाद आप ने अमृतसर में विजयी मार्च निकाला था। जिसमें भगवंत मान के साथ पार्टी के सर्वेसर्वा अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए। इसका 15 लाख का खर्च सरकारी खजाने से किया गया। तब तक भगवंत मान ने मुख्यमन्त्री पद की शपथ तक नहीं ली थी। सूचना के अधिकार अधिनियम से इसका खुलासा होने के बाद विरोधियों ने मान सरकार को घेर लिया है वहीं आप इस मुद्दे पर चुप है।
मानसा के रहने वाले मानिक गोयल ने कहा कि मुख्यमन्त्री भगवन्त मान ने 16 मार्च को शपथ ली। 13 मार्च को विजयी मार्च सरकारी खर्च पर प्रबंध किए गए। इसमें फाइव स्टार होटल में ठहरने और खाने-पीने पर 1.52 लाख, सडक़ों को फूल से सजाने पर 4.83 लाख, स्वागती गेट पर 75 हजार, टैंट और कुर्सियों पर 5.56 लाख, ढोल बजाने वालों पर 54,500, बुके पर 1.68 लाख, फुलकारियों पर 18 हजार, गोल्ड प्लेटेड तलवारों पर 34 हजार, फ्लैक्सों पर 45 हजार और फोटोग्राफरों पर 17 हजार 500 आदि रुपए खर्च किए गए। गोयल ने दावा किया कि आप समर्थकों को ले जाने के लिए बसें भी सरकारी खर्चे पर भेजी गई।
टिप्पणियाँ