दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के बाद अब भोपाल में मौजूद ‘नेशनल हेराल्ड’ की संपत्ति की जांच होगी। नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने गुरुवार को इस संबंध में आदेश विभागीय अधिकारियों को दे दिए हैं। साथ ही ‘नेशनल हेराल्ड’ की जमीन का लैंड यूज बदलने वाले तत्कालीन अधिकारियों की भी जांच कराई जाएगी।
मंत्री सिंह ने कहा कि यह जमीन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर ली गई थी लेकिन अब उसका कमर्शियल यूज किया जा रहा है। जांच के बाद संपत्ति को सील करने की कार्रवाई की जाएगी, साथ ही उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी, जिन्होंने इस संपत्ति के लैंड यूज में बदलाव किया है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर जगह ली और बाद में उस संपत्ति को अपने नाम पर करा लिया, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, राजधानी भोपाल के एमपी नगर जोन में नेशनल हेराल्ड का दफ्तर है, जहां विशाल मेगा मार्ट समेत कई कमर्शियल आफिस संचालित हो रहे हैं। पॉश इलाके एमपी नगर में भी नेशनल हेराल्ड के नाम से पहले भूखंड आवंटित था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक कांग्रेस नेता ने ही इस भूखंड को फर्जी तरीके से बिल्डर को बेच दिया था। बिल्डर ने इस पर बिल्डिंग बनाई और उसे विभिन्न लोगों को वाणिज्यिक और रिटेल प्रयोग के लिए बेच दिया। वर्तमान स्थिति में बिल्डिंग समेत जमीन की कीमत करीब 150 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
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