पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर हर दिन नए—नए खुलासे हो रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई का सामना कर रही टीएसमी नेता पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी ने पूछताछ के दौरान कई खुलासे किए हैं। खबर है कि अर्पिता ने अधिकारियों को बताया है कि छापे के दौरान जो रुपए बरामद हुए हैं, वह पार्थ चटर्जी के हैं। मैंने इन पैसों का इस्तेमाल भी नहीं किया है। मुझे नहीं पता कि यह पैसा कहां से आया और कैसे कमाया गया।
आमने—सामने होगी पूछताछ
नित नए खुलासों के बाद ईडी अर्पिता मुखर्जी और पार्थ चटर्जी को आमने—सामने बैठाकर पूछताछ की तैयारी कर रही है। अर्पिता का कहना है कि पार्थ के लोग उसके घर में एक कमरे में पैसा रखकर चले जाते थे। उस कमरे में जाने की इजाजत मुझे नहीं थी। अर्पिता ने यह भी बताया कि अलमारी में लॉक भी उनका आदमी ही लगाता था। बता दें कि अर्पिता के दो फ्लैट्स से ईडी के अधिकारियों ने अब तक 50.36 करोड़ रुपए नकद बरामद किए हैं। पिछले हफ्ते ईडी ने छापेमारी के दौरान 21.9 करोड़ और दूसरी बात 27.9 करोड़ जब्त किए हैं। इसके अलावा 56 लाख रुपए की विदेशी मुद्रा भी बरामद की गई है। तो वहीं 4.31 करोड़ का सोना भी जब्त किया है, जबकि पिछले हफ्ते 76 लाख का सोना जब्त किया था। यानी ईडी ने अब तक दो छापेमारी में 50.36 करोड़ नकद और 5.07 करोड़ का सोना बरामद किया है।
गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों और सहायता प्राप्त स्कूलों में हुए घोटाले के समय पार्थ चटर्जी के पास शिक्षा विभाग का प्रभार था। प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें इसी मामले में गिरफ्तार किया था। ईडी स्कूल सेवा आयोग की ओर से की गई शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितता के आरोपों की जांच कर रहा है।
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