वाराणसी में मां गंगा का जलस्तर 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। इस वजह से दशाश्वमेध घाट और शीतला घाट पर होनी वाली गंगा आरती का स्थल भी बदल दिया गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा का जलस्तर 63.43 मीटर दर्ज किया गया। वाराणसी में चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर और डेंजर लेवल 71.26 मीटर है।
गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने बताया कि गंगा आरती का स्थान बदल दिया गया है। काशी में गंगा घाटों का आपसी संपर्क टूट गया है। गंगा का पानी तेजी से घाटों की सीढ़ियों को डूबो रहा है। जिला प्रशासन द्वारा कई घाटों पर बैरिकेडिंग करा दिया गया है। कावड़ियों से सड़क मार्ग से ही दर्शन पूजन का अनुरोध भी किया जा रहा है।
बढ़ते जलस्तर ने गंगा तट पर बने छोटे मंदिरों और देवालयों को जलमग्न शुरू कर दिया है। मणिकर्णिका, मानमंदिर, शिवाला, राणामहल, दरभंगा समेत कई घाटों पर स्थित मंदिर पूरी तरह डूब चुके हैं। जल पुलिस लगातार बाढ़ के खतरे के बारे में लोगों को जागरूक कर रही है। जल पुलिस लोगों को गहरे पानी में न जाने और नाव पर निर्धारित सवारी को लाइफ जैकेट के साथ बैठाने की भी हिदायत दे रही है।
टिप्पणियाँ