अब वाटर स्पोर्ट्स और इससे जुड़े एडवेंचर (रोमांच) संबंधित गतिविधियों के लिए समय और संसाधन खर्च कर गोवा, केरल और ओडिशा के समुद्र तट पर जाने की जरूरत नहीं होगी। वाराणसी में कुछ साल पहले शुरू हुई देश की पहली जलपरिवहन परियोजना ‘क्रूज सेवा’ के बाद स्पीड बोट्स, पैरा मोटर्स, बंपी राइड, डेजर्ट बाइक, पैरा सेलिंग, बनाना राइड जैसे वाटर स्पोर्ट्स की भी सुविधाएं उपलब्ध हैं। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के सुंदरीकरण और इन गतिविधियों के कारण हाल के वर्षों में बाबा विश्वनाथ की नगरी को लेकर देश-दुनिया के सैलानियों का आकर्षण और बढ़ा है। यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि इसका प्रमाण है।
गोरखपुर के रामगढ़ ताल को पूर्वी उत्तर प्रदेश का सर्वाधिक खूबसूरत स्थान बनाने के साथ ही योगी सरकार ने ताल के किनारे विश्व वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाया है। यहां एडवेंचरस वाटर स्पोर्ट्स का लुत्फ उठाने के साथ अंतरराष्ट्रीय जलक्रीड़ा प्रतियोगिताओं के लिए प्रशिक्षण भी प्राप्त किया जा सकेगा। इतना ही नहीं चंद रोज पूर्व इस ताल में कयाकिंग भी शुरू करा दी गई है। कयाकिंग की सुविधा अभी तक गोवा, मुंबई व केरल आदि जैसे समुद्र तटीय जगहों पर मिलती थी। गोरखपुर के रामगढ़ ताल में कयाकिंग का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसी तरह गोरखपुर के रामगढ़ ताल में साउंड एंड लाइट शो, डबल डेकर बोट, कयाकिंग, लेक व्यू पॉइंट की सुविधाएं पहले से ही उपलब्ध हैं। शीघ्र ही क्रूज और फ्लोटिंग रेस्टोरेंट भी आकर्षण का केंद्र बनेगा।
योगी सरकार की योजना प्रदेश के प्रमुख शहरों (आगरा, मथुरा, लखनऊ और प्रयागराज) में हेलीपोर्ट एवं विंध्याचल, चित्रकूट के बाद बरसाना और प्रयागराज से भी रोप-वे सेवा शुरू करने की है। मथुरा एवं आगरा में पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर हेलीपोर्ट संचालन की प्रक्रिया शुरू भी हो चुकी है। बाकी शहरों में यह सेवा चरणबद्ध तरीके से शुरू की जाएगी। आसमान से चंद मिनट में अपने मनपसंद पर्यटन स्थल को देखना वाकई में अद्भुत और रोमांचकारी होता है। हेलीपोर्ट एवं रोप-वे सेवा यकीनन एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देगी।
टिप्पणियाँ