ऋषिगंगा में आई आपदा के डेढ़ साल बाद भी, तपोवन विष्णु गाड़ पावर प्रोजेक्ट की सुरंग से शवो का मिलना जारी है। इस सुरंग में ही मलबा भर जाने से चालीस से ज्यादा मजदूर इसमें दफन हो गए थे। तपोवन विष्णु गाड़ जल विद्युत परियोजना की सुरंग में करीब छह सौ मीटर अंदर कल एक और शव बरामद हुआ, शव की पहचान नहीं हो सकी है।
ऋषिग्ंगा में 7 फरवरी 2021 को बर्फ को चट्टान टूट कर गिरने से आई बाढ़ ने निर्माणाधीन दो पावर प्रोजेक्ट को बहा दिया था, इस प्राकृतिक हादसे में परियोजना में लगे 204लोगो की मौत की पुष्टि की गई थी।जिसमे हिंदुस्तान कंस्ट्रशन कंपनी के चालीस मजदूर भी शामिल थे जोकि एन टी पी सी एक सुरंग में मलबा घुस आने से फंस गए थे और इन्हे निकाले जाने या बचाने के सेना और एस डी आर एफ के हर प्रयास विफल रहे थे।
इस घटना के बाद ऋषि गंगा का जलस्तर कम होने के बाद मलबे में मृतकों की खोज शुरू हुई।इस हादसे में कुल 88 शव ही बरामद हो पाए थे। कल एक शव और बरामद हुआ है। इस हादसे के बाद से पावर प्रोजेक्ट पर काम धीमा चल रहा है। इस प्रोजेक्ट को लेकर अभी भी संशय की स्तिथि बनी हुई है कि इतना तीव्र ढलान पर आगे पावर प्रोजेक्ट के निर्माण पर काम किया जाए या नही, इस मामले में वैज्ञानिकों की राय भी ली जारही है।
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