पवित्र श्रावण मास शुरू होने के साथ ही उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा का आरंभ हो गया है। भगवान भोले के वक्त हरिद्वार, गढ़ मुक्तेश्वर, कछला आदि जगहों से पवित्र जल लेने पहुंच रहे हैं। बरेली में कांवड़ रूट पर चिकन-बिरियानी की दुकानों के विरोध को लेकर बवाल होने के बाद शासन हरकत में आ गया है। कांवड़ियों की आस्था का ध्यान रखते हुए कांवड़ रूटों पर शराब व मीट की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने सभी जिला पुलिस प्रमुखों को कांवड़ यात्रा के सम्बंध में कड़े दिशा निर्देश जारी किए हैं। कांवड़ यात्रा मार्गों पर शराब व मीट की बिक्री रोके जाने के साथ मृत पशुओं और उनके अवशेषों को भी लाने ले जाने को भी रोकने की हिदायत अफसरों को दी गई है। संवेदनशीली बरेली शहर में चिकन-बिरियानी की दुकानों के विरोध में बवाल को देखते हुए सभी जिलों में सतर्कता बरती जा रही है और पुलिस अलर्ट पर है।
एडीजी ने मीडिया को बताया कि कांवड़ यात्रा को देखते हुए संवेदनशील जिलों में 151 कंपनी पीएसी और 11 कंपनी पैरा मिलेट्री फोर्स मुस्तैद की गई है। प्रमुख स्थानों पर एटीएस के कमांडो भी तैनात किए गए हैं। नदी घाटों पर फ्लड पीएसी जुटाई गई है।
टिप्पणियाँ