गुरु नानक देव जी के जीवन से जुड़ी पवित्र काली वेई में गंदे पानी से ऑक्सीजन की कमी एक बार फिर मछलियों की जान के लिए खतरा बन गई है। गत तीन दिनों से लगातार मछलियां मर रही हैं, लेकिन सरकार पूरे घटनाक्रम से बेखबर दिखाई दे रही है। वातावरण प्रेमी पद्मश्री सन्त बलबीर सिंह सीचेवाल ने बताया कि मुकेरिया हाइडल चैनल से 500 क्यूसेक पानी आता है जिसमें से 200 क्यूसेक पानी ही वेईं में छोड़ा जाता है। किसान इन दिनों धान की बुआई के दौरान असंख्य मोटरों के माध्यम से वेईं के पानी का उपयोग भी करते हैं। इस वजह से नहर में और पानी छोडऩे की जरूरत है, लेकिन नहरी विभाग विपरीत दिशा में व्यवहार कर रहा है।
जालन्धर के पास गुरु नानक देव जी की बहन बीबी नानकी के ससुराल कस्बे सुल्तानपुर लोधी में संत सीचेवाल ने कहा कि गुरु नानक देव जी की पवित्र काली वेई की सेवा को 22 साल हो चुके हैं। संगत ने अथक प्रयास से मृतक वेईं को पुनर्जीवित करने के लिए दिन-रात अथक प्रयास किए हैं। वेईं नदी में दूषित जल बहना बंद नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि संगत की इस वेईं में भक्ति है। संगत सम्मानपूर्वक उसमें पानी का आचमन करती हैं, ऐसे में उसमें गंदा पानी डालकर उनकी धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
संत सीचेवाल ने कहा कि पवित्र वेईं में लगातार गंदा पानी बहना चिंता का विषय है। हर साल बैसाखी के मौके पर साफ पानी की नहरों को मरम्मत के लिए बंद कर दिया जाता है लेकिन सैदो भुलाना की कॉलोनियां और कपूरथला शहर का गंदा पानी जो लगातार वेईं में गिर रहा है। वेईं की कारसेवा के 22 साल बाद भी सरकार उन्हें रोक नहीं पाई। साल 2012, 2013, 2015 और फिर 2017 और 2021 के बाद अब साल 2022 में छठी बार मछलियां मरी हैं।
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