आगरा किले की सीढ़ियों में दबे ठाकुर केशव के विग्रह को निकलवाने की मांग, हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल
May 26, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तर प्रदेश

आगरा किले की सीढ़ियों में दबे ठाकुर केशव के विग्रह को निकलवाने की मांग, हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल

लखनऊ हाई कोर्ट में एक अर्जी दाखिल की गई है कि आगरा किले की सीढ़ियों में ठाकुर केशव देव और चार अन्य विग्रह (मूर्तियों) को दबाया गया था उन्हें निकाला जाए।

by पश्चिम यूपी डेस्क
Jul 5, 2022, 12:45 pm IST
in उत्तर प्रदेश
प्रतीकात्मक चित्र

प्रतीकात्मक चित्र

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

लखनऊ हाई कोर्ट में एक अर्जी दाखिल की गई है कि आगरा किले की सीढ़ियों में ठाकुर केशव देव और चार अन्य विग्रह (मूर्तियों) को दबाया गया था उन्हें निकाला जाए। इस बारे में कोर्ट को अर्जी पर सुनवाई करते हुए फैसला लेना है। लखनऊ उच्च न्यायालय में अधिवक्ता वरुण कुमार मिश्र ने एक प्रार्थना पत्र देकर कोर्ट से ये अनुरोध किया है कि वो आगरा किले की सीढ़ियों के नीचे दबाए गए ठाकुर केशव और उनके साथ चार अन्य विग्रह को निकालने की अनुमति प्रदान करे।

वकील वरुण मिश्र द्वारा दायर प्रार्थना पत्र में कई साक्ष्यों का हवाला देते हुए ये अर्जी दाखिल की है। वकील मिश्र के अनुसार अब इस अर्जी के बारे में माननीय न्यायालय को निर्णय लेना है। हमने जो दावा किया है वो सबूतों पर आधारित है। वरुण मिश्र ने मथुरा के अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह की अर्जी को यहां दाखिल किया है। वकील महेंद्र प्रताप सिंह सिंह ने मुगल कालीन पुस्तकों में दर्ज जानकारी के आधार पर कोर्ट से एएसआई सर्वे किए जाने की मांग की है।

उनका कहना है कि मुगल शासक औरंगजेब ने मथुरा के केशवदेव मंदिर को तुड़वाकर वहां की रत्नजड़ित प्रतिमाओं, भगवान श्रीकृष्ण व अन्य विग्रहों को आगरा किला के दीवान-ए-खास की छोटी मस्जिद की सीढ़ियों में दबवा दिया था। उनका कहना है कि कोर्ट इसका संज्ञान ले और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) या अन्य सक्षम संस्था से वैज्ञानिक ढंग से अन्वेषण कराकर मूर्तियों को निकलवा कर श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर के किसी भाग में सुरक्षित रखवाया जाए।

अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने अपने दावे में इतिहासकार आशीर्वादी लाल श्रीवास्तव की पुस्तक ‘मुगलकालीन भारत’ का जिक्र किया है जिसमे कहा गया है कि औरंगजेब के काल में काशी का विश्वनाथ और मथुरा का केशवदेव मंदिर ढहा दिए गए थे, औरंगजेब ने ऐसी जगहों पर अपने दारोगा तैनात किए, जहां मंदिरों व मूर्तियों को तोड़ा जा रहा था। देश के सभी प्रांतों से मूर्तियाें को तोड़कर गाड़ियों में भरकर दिल्ली और आगरा लाया गया। उन्हें दिल्ली, आगरा व अन्य शहरों की जामा मस्जिदों और अन्य मस्जिदों की सीढ़ियों के नीचे दबा दिया गया था।

मथुरा ईदगाह को लेकर भी अर्जी
श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर से जुड़ी ईदगाह मस्जिद परिसर का भी भूमि खुदाई कर सर्वे किए जाने संबंधी एक प्रार्थना पत्र हाई कोर्ट में दाखिल किया गया है। अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह जो कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि ईदगाह विवाद में मथुरा सिविल जज के यहां इस मामले के पक्षकार हैं, उनके द्वारा ये अर्जी दी गई है। श्री सिंह की इस मांग संबंधी अर्जी को,जो कि सिविल जज मथुरा की अदालत में 14 अप्रैल 2021 को दायर की थी, कोर्ट ने खारिज कर दिया था।

Topics: Deity of Thakur Keshav in stairsठाकुर केशवदेवआगरा किलालखनऊ हाई कोर्टसीढ़ियों में ठाकुर केशव के विग्रहThakur KeshavdevAgra FortLucknow High Court
Share56TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

पर्यटकों ने गाइड से मंगवाई माफी

गाइड ने छत्रपति शिवाजी महाराज को अपशब्द कहे और औरंगजेब को महान बताया, पर्यटकों ने नाक रगड़वाकर माफी मंगवाई, Video वायरल

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

सीडीएस  जनरल अनिल चौहान ने रविवार को उत्तरी एवं पश्चिमी कमान मुख्यालयों का दौरा किया।

ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के बाद उभरते खतरों से मुकाबले को सतर्क रहें तीनों सेनाएं : सीडीएस अनिल चौहान 

तेजप्रताप यादव

लालू यादव ने बेटे तेजप्रताप काे पार्टी से 6 साल के लिए किया निष्कासित, परिवार से भी किया दूर

जीवन चंद्र जोशी

कौन हैं जीवन जोशी, पीएम मोदी ने मन की बात में की जिनकी तारीफ

प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नई दिल्ली में आयोजित मुख्यमंत्री परिषद की बैठक में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग किया।

उत्तराखंड में यूसीसी: 4 माह में  डेढ़ लाख से अधिक और 98% गांवों से आवेदन मिले, सीएम धामी ने दी जानकारी

Leftist feared with Brahmos

अब समझ आया, वामपंथी क्यों इस मिसाइल को ठोकर मार रहे थे!

सीबीएसई स्कूलों में लगाए गए शुगर बोर्ड

Mann Ki Baat: स्कूलों में शुगर बोर्ड क्यों जरूरी? बच्चों की सेहत से सीधा रिश्ता, ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने की तारीफ

सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाया गया

उत्तराखंड : नैनीताल में 16 बीघा जमीन अतिक्रमण से मुक्त, बनी थी अवैध मस्जिद और मदरसे

उत्तराखंड : श्री हेमकुंड साहिब के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए

यूनुस और शेख हसीना

शेख हसीना ने यूनुस के शासन को कहा आतंकियों का राज तो बीएनपी ने कहा “छात्र नेताओं को कैबिनेट से हटाया जाए”

Benefits of fennel water

क्या होता है अगर आप रोज सौंफ का पानी पीते हैं?

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies