एनआईए मामलों की विशेष अदालत ने उदयपुर के कन्हैया हत्याकांड के आरोपित गौस मोहम्मद और रियाज के साथ ही अन्य आरोपितों मोहसिन तथा आसिफ को 12 जुलाई तक पुलिस अभिरक्षा में नेशनल जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया है। एनआईए ने मामले में 14 दिन का रिमांड मांगा था। कोर्ट कक्ष से बाहर लाते समय वकीलों ने आरोपितों के साथ मारपीट की और उन पर बोतलें भी फेंकी।
एनआईए की ओर से शनिवार अपराह्न करीब डेढ़ बजे चारों आरोपितों को व्यापक स्तर पर पुलिस सुरक्षा के बीच विशेष अदालत में पेश किया गया। शहर के कई थानों की पुलिस के साथ ही आलाधिकारी भी कोर्ट पहुंचे। इसी बीच वकीलों को इसकी जानकारी मिलने पर सैकड़ों वकील कोर्ट परिसर के बाहर एकत्र हो गए। वकीलों ने दोषियों को फांसी देने के साथ ही भारत माता की जयकारे लगाए और पुलिस को आरोपितों का एनकाउंटर करने के लिए कहा। मामले की गंभीरता को देखते हुए अदालत के पीठासीन अधिकारी ने कोर्ट कक्ष से मीडियाकर्मियों सहित अन्य वकीलों को बाहर करने का आदेश देते हुए सिर्फ प्रकरण से जुड़े लोगों को ही उपस्थित रहने को कहा।
सू़त्रों के अनुसार एनआईए की ओर से मामले में प्रार्थना पत्र पेश कर कहा गया कि आरोपितों से विस्तृत पूछताछ करनी है और उनके इंटरनेशनल कनेक्शन को लेकर भी पूछताछ करनी है। इसके अलावा प्रकरण में किन-किन लोगों ने मदद की, इसकी भी जानकारी हासिल करनी है। इसलिए आरोपितों को चौदह दिन की पुलिस अभिरक्षा में सौंपा जाए। इस पर अदालत ने आरोपितों को 12 जुलाई तक पुलिस अभिरक्षा में भेज दिया है।
कोर्ट में सुनवाई के बाद बाद पुलिस वैन की तरफ जाते समय आक्रोशित जनता और वकीलों ने आरोपियों की पिटाई कर दी हालांकि बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस कर्मियों ने आरोपियों को वैन के अंदर डाला और तत्काल कोर्ट परिसर से बाहर ले गए। इस दौरान का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
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