मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस लाइन रेस कोर्स देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए प्रशासनिक भवन, क्वार्टर गार्द एवं बैरक का शिलान्यास किया और हीरो मोटोकॉर्प लि. द्वारा सीएसआर मद से उत्तराखण्ड पुलिस को प्रदान की गई 150 चीता मोबाइल बाइक का फ्लैग ऑफ किया।
इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने प्रशासनिक भवन, कार्ग क्वार्टरगार्द एवं बैरक का शिलान्यास पर पुलिस प्रशासन को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज शिलान्यास के साथ ही पुलिस विभाग द्वारा की जा रही लंबे समय से एक मांग पूरी हुई है। राज्य सरकार का यह संकल्प है कि किसी भी कार्य योजना का शिलान्यास यदि हमारी सरकार में हुआ है तो उसका लोकार्पण भी हमारी सरकार में होगा। इस निर्माण कार्य के पूर्ण होते ही पुलिस जवानों को सीधे तौर पर इसका लाभ मिलेगा। अच्छे रहन-सहन के साथ अच्छी सेवाएं हमारे जवान इस राज्य को दें, ऐसी अपेक्षा करता हूं। इस पुलिस लाइन के कार्मिकों के लिए काफी महत्वपूर्ण एवं सुविधायुक्त होगा।
सीएम ने कहा कि कार्यदायी संस्था व पुलिस विभाग से कहा कि नवीन आधुनिक भवन समस्त आधारभूत सुविधाओं से युक्त होना चाहिए। उन्होंने निर्माण के दौरान गुणवत्ता को लेकर विशेष तौर पर ध्यान रखने की बात कही। साथ ही निर्माण कार्य में किसी तरह की लापरवाही न बरती जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनपद देहरादून में राज्य स्तर एवं राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम होते रहते हैं, जिसके लिए राज्य की पुलिस लाइन में उच्च कोटि के प्रशासनिक भवन की आवश्यकता होती है। राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु अत्यधिक पुलिस बल एवं पीएसी व्यवस्थापन होने के कारण पुलिस लाइन, देहरादून में पुलिस बल का अत्यधिक दबाव बना रहता है, जिसके लिए अतिरिक्त बैरक के निर्माण किया जाना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कोरोना काल के दौरान पुलिस द्वारा किए गए कार्यों की जितनी सराहना की जाए उतनी कम है। वर्तमान में चल रही चार धाम यात्रा में पुलिस-प्रशासन की अहम भूमिका है, हर तीर्थ यात्रा को पूरा करना पुलिस की चुनौती है। पुलिस पूर्ण रूप से अपना सहयोग दे रही है, साथ ही मसूरी, नैनीताल जैसे पर्यटक स्थल जहां भारी संख्या में लोग आते हैं वहां पर कानून व्यवस्था बनाए रखने का काम पुलिस बखूबी निभाती है। सीएम धामी ने कहा कि राज्य में अपराधी शरण नहीं लेने पाए ये जिम्मेदारी पुलिस की है।
इस दौरान सरकार द्वारा पुलिस कल्याण हेतु किए गए विभिन्न कार्यों के बारे में अवगत करवाते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस के आधुनिकीकरण हेतु भारत सरकार के गृहमंत्री के द्वारा आकस्मिकता निधि के अन्तर्गत केन्द्र सरकार की ओर से 5 करोड़ की धनराशि स्वीकृत कराई गई है। वाहनों के क्रय हेतु भी 3 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है। चीता पुलिस को आधुनिक बनाने हेतु लगभग 3 करोड़ के स्मॉल आर्मस् क्रय किए गए हैं। कोविड के दौरान सरकार द्वारा फ्रन्ट लाईन वॉरियर होने के कारण प्रत्येक पुलिस कर्मी को 10 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि प्रदान किया गया। कर्मचारियों के कल्याण हेतु 2.5 करोड़ रुपए का भी बजट में प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हमारी सरकार प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप उत्तराखण्ड पुलिस को स्मार्ट पुलिस बनाने की ओर अग्रसर है। पुलिस को ज्यादा सख्त एवं संवेदनशील, तकनीकी एवं सचल, सतर्क एवं जवाबदेह, विश्वसनीय एवं प्रतिक्रियाशील, तकनीकी रूप से कुशल एवं दक्ष बनाना चाहती है, इसके लिए सरकार द्वारा यथासंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने भविष्य में निर्माणाधीन बहुद्देशीय कार्यालय भवन के एलिवेशन को पर्वतीय वास्तुशिल्प के अनुसार बनाए जाने की बात कही। अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि उत्तराखंड मित्र पुलिस निरंतर आगे बढ़े, इसके लिए सरकार कंधे से कंधा मिलाकर पुलिस-प्रशासन के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि जनता एवं पुलिस अधिकारियों के बीच दूरी नहीं होनी चाहिए। पुलिस का व्यवहार ही समाज में सरकार के व्यवहार को दर्शाता है। उन्होंने पुलिस सेवा के दौरान सरल, मिलनसार एवं मित्रता का भाव अपनाने की बात कही।
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि आने वाले समय में इस तरह के प्रशासनिक भवन को उत्तराखंड शैली में विकसित किया जाएगा उन्होंने कहा पौड़ी, चमोली एवं पिथौरागढ़ में भी जवानों की सुविधा अनुसार भवनों को अपग्रेड करने की योजना बनाई जा रही है। इस दौरान उन्होंने अवगत करवाया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के अनुसार बाहरी लोगों का सत्यापन उत्तराखंड पुलिस द्वारा बड़े स्तर पर जारी है एवं शहरों में लगे अवैध लाउडस्पीकर जिनसे ध्वनि प्रदूषण को बढ़ावा मिलता है। ऐसे अवैध स्पीकर को हटाने का कार्य भी जारी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पुलिस को देश की सर्वश्रेष्ठ पुलिस बनाने हेतु हम सरकार से समन्वय बनाकर लगातार कार्य कर रहे हैं। इस दौरान विधायक विनोद चमोली, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
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