यूक्रेन के दो सीमांत क्षेत्रों दोनेत्सक और लेवांस्क पर कब्जे की मंशा से शुरू हुआ रूसी आक्रमण आज 120वें दिन में प्रवेश कर गया है। यूक्रेन के प्रमुख शहरों कीव, खारकीव, मारियुपोल, क्रीमिया, बर्दियांस्क, खेरसॉन तक रूसी सेना का दबदबा घटता-बढ़ता दिखता है। यूक्रेन के प्रमुख संस्थानों पर रूसी सेना के सैनिकों की चौकसी के दृश्य भी दिखे हैं।
लेकिन यूक्रेन में कुछ लोगों के साथ छोटे—मोटे बहाने बनाते हुए बरती जा रही हैवानियत के दृश्य विचलित करते हैं। UkraineNews नामक ट्विटर हैंडल पर डाले गए ये वीडियो सोचने को मजबूर करते हैं कि आखिर जेलेंस्की की पुलिस ऐसा तालिबानी बर्ताव क्यों कर रही है? क्या उस देश में भी इस्लामी उन्माद के बीच रोपे जा चुके हैं। ऐसी हैवानियत के पीछे कोई इस्लामी ताकत तो काम नहीं कर रही है! क्योंकि वीडियो में जिस तरह किसी लाचार को पेड़ से बांधकर उस पर कोड़े बरसाए जा रहे हैं उससे दिमाग में पाकिस्तान, अफगानिस्तान या ईराक आदि से आते रहे दृश्य बरबस घुमड़ आते हैं!
वीडियो लिंक
https://twitter.com/i/status/1518045080656953349
कई वीडियो ऐसे हैं जिनमें वृद्ध नागरिकों तक को पेड़ या बिजली के खंबे के साथ टेप या रस्सियों से बांधकर, शरीर उघाड़कर कोड़ों या बेल्ट से पीटा जा रहा है। महिलाओं, लड़कियों के शरीर के निचले हिस्से को उघाड़कर बेल्ट से पीटा जा रहा है।
A Delhi based journalist with over 25 years of experience, have traveled length & breadth of the country and been on foreign assignments too. Areas of interest include Foreign Relations, Defense, Socio-Economic issues, Diaspora, Indian Social scenarios, besides reading and watching documentaries on travel, history, geopolitics, wildlife etc.
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