महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव में भाजपा ने सत्तारूढ़ महाविकास आघाड़ी को तगड़ा झटका देते हुए पांच सीटें जीत ली हैं। सत्तापक्ष के 21 वोट तोड़कर भाजपा ने इस चुनाव में 134 मत हासिल किए। नेता प्रतिपक्ष देवेन्द्र फडणवीस का कहना है कि सरकार के प्रति विधायकों में भारी असंतोष के कारण यह जीत मिली है।
इस चुनाव में जीत का कोटा 26 का निश्चित किया गया था। दस सीटों के लिए 11 प्रत्याशी मैदान में थे। भाजपा के पांच प्रत्याशियों में राम शिंदे 30, श्रीकांत भारतीय 30, प्रवीण दरेकर 29, उमा खापरे 29 वोट पाकर पहले दौर में विजयी घोषित किए गए। पांचवें प्रत्याशी प्रसाद लाड को 17 वोट मिले। दूसरे राउंड मे अपना कोटा पूरा करने के पश्चात उन्हें विजयी घोषित किया गया। महाविकास आघाड़ी में शिवसेना के सचिन अहीर 26, आमशा पाडवी 26 वोट पाकर विजयी हुए। एनसीपी के रामराजे निंबालकर 29, एकनाथ खडसे 27 वोट से विजयी हुए। कांग्रेस के भाई जगताप दूसरे राउंड में विजयी हुए। कांग्रेस के पूर्व मेयर चंद्रकांत हांडोरे पराजित हुए।
इस चुनाव में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाविकास आघाड़ी के लिए सारे दांव चलाए थे, वे विफल हो गए। मुख्यमंत्री के प्रति विधायकों में गुस्सा है, जिसका नतीजा चुनाव में भाजपा की जीत में दिखा। राज्यसभा में हार के दस दिन बाद विधानपरिषद में हार होने से महाविकास आघाड़ी के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। कुछ दिन बाद मुंबई में महानगर निगम के चुनाव है। कांग्रेस के पूर्व मेयर की हार और भारतीय जनता पार्टी के मुंबई के विधायक की जीत से भाजपा का मनोबल ऊंचा है।
जीत के बाद पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि देश में प्रधानमंत्री मोदी जी की लहर है। महाराष्ट्र उनके साथ है, यह इस जीत ने स्पष्ट किया है। अब महाराष्ट्र में लोकाभिमुख सरकार लाने तक संघर्ष जारी रहेगा।
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