व्यक्ति जीवन में सात्विक आहार ले और नित्य योग करे तो उसका जीवन बेहतर हो जाएगा। ये विचार सुभाष देशयोगी ने यहां आयोजित एक योग कार्यशाला में व्यक्त किए। कार्यशाला का आयोजन हल्द्वानी राजकीय मेडिकल कॉलेज परिसर में किया गया। जहां मेडिकल की पढ़ाई कर रहे सैकड़ो विद्यार्थियों ने योग क्रिया के “टिप्स” भी लिए
देशयोग चैरिटेबिल ट्रस्ट और नेशनल मेडिको ऑर्गेनाइजेशन (एनएमओ) के संयुक्त तत्वाधान में हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में शरीर शोधन क्रियाओं पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें मेडिकल के 155 छात्र छात्राओं और प्रोफेसर डॉक्टरों ने भाग लिया। देशयोग चैरिटेबिल ट्रस्ट के कुमाँऊ चैप्टर के प्रमुख अमित अग्रवाल ने बताया कि देशयोग ट्रस्ट के संस्थापक आईएएस सुभाष देशयोगी ने शरीर शोधन क्रियाओं के तहत जल नैती और नयन नैती का प्रशिक्षण दिया और उसके उपकरण भी निशुल्क वितरित किये गये। सुभाष देशयोगी के द्वारा सात्विक आहार और योग पर भी विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि जब आधुनिक चिकित्सा व्यवस्था नहीं थी तब रोग के इलाज होते थे, खानपान और योग क्रियाओं से मनुष्य स्वस्थ रहता था।उन्होंने कहा कि सात्विक भोजन से आज भी लोग संतुष्ट रहते है और नई पीढ़ी भी सात्विक भोजन की तरफ आकर्षित हो रही है।
इस कार्यशाला में एनएमओ के अध्यक्ष डॉ हरीशंकर पांडे, पैट्रन डॉ आर.जी. नौटियाल, महामंत्री स्पर्श अग्रवाल, नागेन्द्र जोशी, रोहताश, राधव अग्रवाल सहित हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज के सौकड़ों डॉक्टर छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
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