17 जून को होने वाली जुमे की नमाज पर उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट किया गया है। ड्रोन के माध्यम से जुमे की नमाज के समय निगरानी की जाएगी। पुलिस ने अफवाहों से बचने के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं। मुस्लिम बाहुल्य इलाके में नगर निगम ने ईंट-पत्थर को साफ करवा दिया है। जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल के बाद पत्थरबाजों की जो तस्वीर सामने आई थी उसमें कई पत्थर बाज नकाब पहने हुए थे। पुलिस इस लिहाज से भी नजर रख रही है।
बता दें कि नूपुर शर्मा के बयान के बाद गत 3 जून को कानपुर जनपद में जुमे की नमाज के बाद हिंसा हुई थी। नमाज के बाद मुस्लिम युवकों ने पथराव किया था। मुसलमानों ने बाजार को बंद कराने का प्रयास किया। इस दौरान वहां पर बवाल हो गया। बवाल बढ़ने के बाद मौके पर पथराव होने लगा। उपद्रवियों ने मौके पर बमबाजी की और हवा में गोली भी चलाई। कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचा था। कुछ लोगों को आंशिक रूप से चोट भी आई थी। कानपुर में हुई उस हिंसा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून एवं व्यवस्था की समीक्षा करने के बाद कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था, प्रशांत कुमार ने पूरे मामले पर नजर बनाए रखी और अतिरिक्त पुलिस बल कानपुर के लिए रवाना किया। पुलिस ने समय रहते ही इस उपद्रव को नियंत्रित कर लिया और उपद्रव करने वालों को गिरफ्तार कर लिया। उपद्रव की साजिश रचने वाला भी लखनऊ से गिरफ्तार किया गया।
इसके बाद 10 जून को जुमे की नमाज के बाद प्रयागराज में हिंसा हुई थी। इसमें कुछ जगहों पर आगजनी करने का प्रयास किया गया था। पुलिस के एक सिपाही को सिर पर चोट आई थी। इसके बाद पुलिस ने मुख्य अभियुक्त जावेद उर्फ़ पम्प को गिरफ्तार करके जेल भेजा। प्राधिकरण ने उसका घर ध्वस्त कर दिया। अब पुलिस ने सभी को सचेत किया है कि किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें और न ही सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाएं।
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