राष्ट्रपति चुनाव से पूर्व मध्य प्रदेश में भाजपा विधायकों का कुनबा बढ़ गया है। एक निर्दलीय और दो अन्य पार्टियों के विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाह, सपा विधायक राजेश शुक्ला (बबलू) और निर्दलीय विधायक विक्रम सिंह राणा को भाजपा को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई। इस मौके पर पार्टी के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
राष्ट्रपति चुनाव के मतदान के लिए बुधवार को अधिसूचना जारी होगी। इससे पहले मप्र में छतरपुर जिले की बिजावर विधानसभा सीट से सपा विधायक राजेश कुमार शुक्ला और भिंड से बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाहा तथा आगर मालवा की सुसनेर सीट से निर्दलीय विधायक विक्रम सिंह राणा ने मंगलवार को सुबह भाजपा कार्यालय पहुंचकर पार्टी की सदस्यता ले ली। राष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा सदस्य और राज्यों की विधानसभा के सदस्य भाग लेते हैं। राष्ट्रपति चुनाव से पहले तीनों विधायकों के भाजपा में शामिल होने से पार्टी को लाभ मिलेगा और संख्या बल के आधार पर भाजपा को मजबूती मिलेगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज भाजपा में सम्मलित हुए विधायक संजीव कुशवाह, विधायक राजेश शुक्ला और विधायक राणा विक्रम सिंह का भारतीय जनता पार्टी परिवार में हृदय से स्वागत करता हूं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के मार्गदर्शन और प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के नेतृत्व में हम जनता की सेवा के लिए अधिकतम कार्य करेंगे। हम सब प्रदेश के विकास और जनता के कल्याण के पुनीत कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि तीनों ही विधायक शुरू से भाजपा के साथ काम करना चाहते थे और आज भाजपा परिवार में शामिल हो गए हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने तीनों विधायकों का पार्टी में स्वागत किया।
भाजपा में शामिल होने के बाद विधायक संजीव सिंह कुशवाहा ने कहा कि वे भाजपा परिवार के ही व्यक्ति हैं। कुछ समय के लिए वे भटक गए थे, लेकिन आज उन्होंने वापसी कर ली है। भाजपा में शामिल होना उनके लिए गर्व का विषय है। विधायक राजेश शुक्ला ने इस अवसर पर कहा कि 2018 में उन्हें लगता था कि वह भाजपा से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। वह बुंदेलखंड और अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए भाजपा में शामिल हुए हैं। विधायक राणा विक्रम सिंह ने कहा कि 2018 में निर्दलीय चुनाव जीतने के बाद वह भाजपा के साथ रहना चाहते थे, लेकिन शिवराज सिंह चौहान ने जब बहुमत नहीं होने पर सरकार बनाने से मना कर दिया तो वह भाजपा में शामिल नहीं हुए। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद वह सरकार के साथ रहे और मुख्यमंत्री चौहान ने उनके क्षेत्र के विकास के लिए हर संभव मदद की।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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