मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को वीरभद्र मंदिर मार्ग, ऋषिकेश में भाऊराव देवरस सेवा न्यास द्वारा बनाए जा रहे “माधव सेवा विश्राम सदन“ के भूमि पूजन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। उन्होंने “माधव सेवा विश्राम सदन“ का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने माधव सेवा विश्राम सदन हेतु उत्तराखंड सरकार की ओर से 50 लाख की धनराशि दिए जाने की घोषणा की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि योग नगरी ऋषिकेश में एम्स के कारण यह स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र भी है। उत्तराखंड राज्य के साथ ही उत्तर प्रदेश एवं अन्य राज्य के लोग भी ऋषिकेश इलाज के लिए आते हैं। माधव सेवा विश्राम सदन बनने से बड़ी संख्या में आने वाले मरीजों एवं उनके परिजनों के ठहरने और भोजन जैसी तमाम सुविधाएं आसानी से मिलने लगेंगी। सेवा सदन के बनने से परिजनों को होने वाली दिक्कते दूर होंगी। उन्होंने सेवा सदन के कार्य को ईश्वरीय कार्य बताया।
धामी ने कहा कि भारत माता की कोख से ऐसे अनगिनत लाल जन्मे हैं, जिन्होंने देशहित में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। भाऊराव देवरस जी ने अपने जीवन का एक-एक क्षण राष्ट्र के लिए जिया एवं धरती मां को समर्पित किया। वर्ष 1937 (20 वर्ष की उम्र में) डाक्टर साहब जी की संघ विस्तार की योजना के अंतर्गत भाऊराव जी नागपुर से सुदूर उत्तर प्रदेश के लखनऊ आ गए।
स्वामी रामदेव, यतिन्द्रानंद गिरि, श्री विजय कौशल जी, सुरेश भैया जी जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल, वित्तमंत्री प्रेमचन्द्र अग्रवाल सहित कई गणमान्य मौजूद
स्वतंत्रता के पांच वर्ष पश्चात 1952 में शिशु मंदिर योजना आंरम्भ करने के पीछे जो उनका सपना था उसका क्रियान्वयन उत्तर प्रदेश के गोरखपुर केंद्र से रहा। उनका मानना था कि किसी राष्ट्र का भविष्य उस राष्ट्र के सामान्य जन ही होते हैं, इसलिए शिक्षा का निर्माण देश के सामान्य जनों को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए। भाऊराव जी ने वस्तुतः बीज बनकर स्वयं को त्यागकर समाजरूपी पेड़ को पुष्पित और पल्लवित करने का कार्य किया।
विद्यार्थी जीवन को याद करते हुए सीएम धामी ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय में बना भाऊराव देवरस द्वार हमारे लिए सेवा एवं प्रेरणा का प्रतीक था। छात्र के नाते मेरे सामाजिक जीवन में आदर्श भाऊराव जी रहे। उनके नाम पर रखे गए विश्राम सदन का शिलान्यास करने का अवसर प्राप्त हुआ है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि इसका उद्घाटन भी शीघ्र होगा। उन्होंने माधव सेवा विश्राम सदन हेतु हरसंभव मदद का आश्वासन देते हुए उसे गरीबों की सेवा का सदन एवं गैर व्यावसायिक सदन बताया।
मुख्यमंत्री धामी ने ऋषिकेश नगरी को चार धाम यात्रा का प्रथम स्थान बताते हुए कहा कि आज ऋषिकेश से कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का कार्य तेजी से चल रहा है। चारों धामों को जाने वाली सड़कों को डबल लेन बनाकर सुगम एवं सुरक्षित यात्रा का संदेश भारत के साथ पूरे विश्व में दिया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केदारनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण भव्यता एवं दिव्यता से किया गया।
कार्यक्रम में स्वामी रामदेव, यतिन्द्रानंद गिरि, श्री विजय कौशल जी, सुरेश भैया जी जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल, वित्तमंत्री प्रेमचन्द्र अग्रवाल सहित कई गणमान्य मौजूद रहे।
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