हरिद्वार जैसे तीर्थ नगरी के ज्वालापुर क्षेत्र में जुमे की नमाज के बाद जिस तरह से प्रदर्शन हुआ, उसे देख हर कोई कह रहा है कि क्या ये हिंदू कुम्भ नगरी है या कोई और शहर? बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ हुआ ये प्रदर्शन उत्तराखंड में बढ़ती मुस्लिम आबादी का जीता जागता उदाहरण है। जुमे की नमाज के बाद ज्वालापुर जटवार पुल पर मुस्लिमों के हुजूम ने नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी का ज्ञापन अधिकारियों को सौंपा।
हरिद्वार में चार धाम यात्रा के दौरान रेडिकल इस्लाम की विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए जुमे की नमाज के बाद सड़क जाम करके आंदोलन किया गया और डर का माहौल बनाने की कोशिश की गई, वो भी पुलिस थाने से मात्र 100 मीटर की दूरी पर। हरिद्वार जैसे शांत धार्मिक नगरी में आखिर ये सब करने की इजाजत किस प्रशासनिक अधिकारी ने दी? जबकि हरिद्वार से लेकर चारधाम यात्रा चरम पर चल रही है।
जम्मू-कश्मीर से लेकर यूपी के बरेली, कानपुर तक और अब हरिद्वार में भी यही साजिश रची जा रही है, जिससे हिंदू समाज में भय व्याप्त हो। हिन्दू धर्म गुरुओं की नगरी हरिद्वार के लोगों ने स्वतंत्र भारत में ऐसा धार्मिक प्रदर्शन पहली बार देखा है। आवेश कुरैशी नामक एक युवक ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल में एक वीडियो शेयर करते हुए उग्र शब्दों का प्रयोग किया है।
आवेश कुरैशी ने अपनी एफबी पोस्ट में लिखा, ‘इतनी धूप में भी आज ज्वालापुर जटवारा पुल पर नूपुर शर्मा को अरेस्ट करने के लिए अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। नबी के लिए हम अपनी जान देने के लिए तैयार हैं, नबी की शान में गुस्ताखी नहीं सहेंगे। अगर यह जल्दी अरेस्ट नहीं होती तो इससे भी बड़ा आंदोलन होगा।’ ऐसे उग्र शब्दों के साथ तिरंगे से आगे हरा झंडा खड़ा कर मुस्लिम समुदाय ने एक तरीके से उत्तराखंड प्रशासन को भी चुनौती दी है।
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