ऑस्ट्रेलिया में हाल ही में नई सरकार का गठन हुआ है। कल वहां सरकार में 23 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज की सरकार में दो मुस्लिमों को शामिल किया गया है
दुनिया में क़ुरान और जिहाद को लेकर जंग छिड़ी है, कुरान के नाम पर हजारों बेकसूरों का कत्ल किया जा रहा है, शरिया को आगे और देश के संविधान को पीछे रखने की ‘कौम’ की सोच अपनी बर्बर रूप में हर देश में सामने आती जा रही है। रोज़ एक नया विवाद सामने आ रहा है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया में बनी नई एंथनी सरकार ने अपना विस्तार करते हुए जो 23 मंत्री शामिल किए हैं उनमें से एक हैं ऐनी अली। युवा मामलों की प्रभारी मंत्री एनी अली ने अपने हाथ में क़ुरान थामकर पद की शपथ ली है। ऐसा करते हुए उनकी फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
एडिथ कोवान विश्वविद्यालय से पीएचडी करके ऐनी प्रोफेसर रहने के साथ ही पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया प्रशासन में कई पदों पर रह चुकी हैं। मिस्र में जन्मी ऐनी अली का परिवार तब सिडनी शहर में आकर बस गया था जब वे मात्र दो साल की थीं
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया की नई सरकार वहां के इतिहास में सबसे ज्यादा विविधताओं वाली सरकार मानी जा रही है। इस सरकार में क़बाइली समुदाय के लोग हैं तो दूसरे मत—पंथ वाले भी हैं। ऐनी अली के अलावा दूसरे मुस्लिम मंत्री हैं एड हुसिक।
55 साल की ऐनी अली राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखने से पहले प्रोफेसर रही हैं। मंत्रीपद की शपथ लेने के बाद अली ने कहा कि ‘मैंने तो कभी सोचा भी नहीं था कि मंत्री बनूंगी।’ अली पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया से सांसद है, इससे पहले वे लेबर पार्टी की कार्यकर्ता के तौर पर काम किया करती थीं, बाद में वे पार्टी की यूनियन की सदस्य बनीं। फिर चुनाव जीतकर सांसद और अब मंत्री बनी हैं।
अली पर्थ के बाहरी इलाक़े की कोवान से चुनीं गई हैं। इस सीट का नाम ऑस्ट्रेलिया की पहली महिला सांसद एडिथ कोवान के नाम पर रखा गया है। एडिथ कोवान विश्वविद्यालय से पीएचडी करके ऐनी प्रोफेसर रहने के साथ ही पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया प्रशासन में कई पदों पर रह चुकी हैं। मिस्र में जन्मी ऐनी अली का परिवार तब सिडनी शहर में आकर बस गया था जब वे मात्र दो साल की थीं।
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