अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष मनिंदर सिंह बिट्टा आज काशी पहुंचे। विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करने के बाद उन्होंने ज्ञानवापी मुद्दे पर कहा कि मुस्लिमों को धर्मनिपेक्षता का सबूत देते गये ज्ञानवापी को हिंदूओं को सौप दें। बाबा और औरंगजेब ने भारत के कई मंदिरों को तोड़ा। औरंगजेब जालिम था और बाबर काफिर था। सिखों का कत्लेआम किया गया। काशी और मथुरा इतिहास और आस्था से जुड़ा हैं। ज्ञानवापी में नमाज का क्या मतलब है। जहां मंदिर है वहा नमाज क्यों पढा जा रहा हैं। यहां मंदिरों का अपमान हुआ है।
असदुद्दीन ओवैसी मीडिया का नेता हैं। औरंगजेब की मजार पर जाकर उसने सिखों के खूनी इतिहास के पन्नो को खोला हैं। वो जालिम था और सदियों तक जालिम कहलायेगा। मुस्लिम बता दें कि औरंगजेब और बाबर कौन थे। दोनों मुस्लिम समाज पर कलंक हैं।
अयोध्या में राम मंदिर का भव्य निर्माण हो रहा हैं। वैसे ही काशी और मथुरा को भी इंतजार हैं। काशी में भव्य ज्योतिर्लिंग था और रहेगा। दुनिया के सामने एक एक कर के कई सच सामने आ रहे हैं।
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