संयुक्त राष्ट्र संघ की निगरानी व विश्लेषण टीम की 13वीं रिपोर्ट भारत के लिए चौंकाने वाली है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अलकायदा के सहयोगी व अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकी समूह अल कायदा इन इंडियन सबकांटीनेंट (एक्यूआईएस) के निशाने पर भारत है।
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार एक्यूआईएस ने बहुत अधिक चर्चाओं के बिना अफगानिस्तान में अपनी गतिविधियां तेज की है। इस समय इस समूह से लगभग 400 आतंकियों के जुड़े होने की बात इस रिपोर्ट में कही गयी है। इन आतंकियों में अफगानिस्तान के अलावा पाकिस्तान, म्यांमार, बांग्लादेश के साथ भारत के नागरिक भी शामिल हैं। यह आतंकी समूह फिलहाल अफगानिस्तान के गजनी, हेलमंद, कंधार, निमरुज, पकतिका, जबुल राज्यों में सक्रिय है। इस समूह ने अब अपनी नजरें भारत पर लगा दी हैं। रिपोर्ट ने इसका आधार एक्यूआईएस द्वारा अपनी पत्रिका का नाम बदलने को बताया है।
इसके मुताबिक अभी तक इस समूह की पत्रिका का नाम ‘नवा-ए-अफगान जिहाद’ था। तब यह समूह अफगानिस्तान के लिए जिहाद को अपना लक्ष्य बनाकर काम कर रहा था। अब समूह ने अपनी पत्रिका का नाम बदल कर ‘नवा-ए-गजवा-ए-हिंद’ कर दिया है। इससे स्पष्ट है कि यह आतंकी समूह अब भारत में गतिविधियां बढ़ाकर गजवा-ए-हिंद के लक्ष्य की प्राप्ति की लड़ाई लड़ना चाहता है। पत्रिका के नाम में जोड़ा गया गजवा-ए-हिंद आतंकियों व कट्टरपंथी समूहों की भारत के प्रति आक्रामक सोच दर्शाता है। इस्लामी कट्टरपंथी समूह मानते हैं कि समूचे भारतीय उपमहाद्वीप पर कब्जा कर गजवा-ए-हिंद की स्थापना होगी। इसके लिए आतंकी सरगना गजवा-ए-हिंद का हवाला देकर मुसलमानों को भारत के खिलाफ आतंकी हमलों में इस्तेमाल करते हैं। इसीलिए संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में इस आतंकी संगठन को भारत के खिलाफ माना गया है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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