कानपुर जनपद के इंस्पेक्टर काकादेव रामकुमार गुप्ता और चौकी प्रभारी शेर सिंह को निलंबित कर दिया गया है। नाबालिग के कन्वर्जन और फिर निकाह के मामले में लापरवाही बरतने का दोषी पाया गया है। घटना के दो दिन बाद जब बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया, तब पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। निकाह की जानकारी होते ही लड़के के परिजनों ने पुलिस में शिकायत की थी, मगर पुलिस ने सक्रियता नहीं दिखाई थी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में बीते दिनों एक नाबालिग हिंदू लड़के का कन्वर्जन कराया गया और उसके बाद तीस वर्ष की मुस्लिम महिला से उसका निकाह करा दिया गया। महिला तलाकशुदा है और उसका एक बच्चा भी है। इस मामले का जब वीडियो वायरल हुआ तब यह प्रकरण लोगों के संज्ञान में आया। नाबालिग लड़के के परिजनों ने निकाह का वीडियो स्थानीय थाने पर दिखाया और इस मामले की पुलिस से शिकायत की थी। शुरुआत में पुलिस ने इस मामले को टाल दिया था। उसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने थाने पहुंचकर इस प्रकरण में कार्रवाई की मांग की। उसके बाद यह मामला पुलिस के बड़े अधिकारियों के संज्ञान में आया। तब पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस ने मुस्लिम महिला और निकाह पढ़ाने वाले मौलाना समेत पांच अन्य लोगों को हिरासत में लिया था। बताया जा रहा है कि निकाह कराने में मुस्लिम महिला की मौसी की भूमिका थी। उसकी भी तलाश की जा रही है।
जानकारी के अनुसार काकादेव के नवीन नगर में रहने वाला 16 वर्षीय नाबालिग लड़का, एक मुस्लिम परिवार के संपर्क में आया था। उसके बाद से उसकी गतिविधियां कुछ अजीब सी लग रही थीं। बीते रविवार को लड़का लापता हो गया था। परिजनों का आरोप है कि बीते रविवार को कानपुर के जाजमऊ इलाके में उसका कन्वर्जन कराया गया। उसके बाद मोहम्मद हनीफ की बेटी सिमरन से उसका निकाह करा दिया गया। नाबालिग लड़के की मां ने थाना काकादेव में शिकायत दर्ज कराई थी।
टिप्पणियाँ