मारियुपोल के स्टील प्लांट में फंसे यूक्रनी सैनिकों के आत्मसमर्पण के बाद रूस ने यहां कब्जा कर लिया हे। जानकारी के अनुसार अबतक 700 से अधिक यूक्रेनी सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इन सैनिकों को रूसी कब्जे वाले स्थान पर ले जाया गया है और वहां उनसे पूछताछ चल रही है।
स्टील फैक्ट्री की स्थिति को लेकर अभी भी सब कुछ साफ नहीं है। फैक्ट्री के भीतर कितने लोग बाकी हैं, यह भी स्पष्ट नहीं है। जिन सैनिकों ने बाहर निकलकर आत्मसमर्पण किया है उनका भविष्य भी अनिश्चित है।
यूक्रेन ने कहा है कि उसे उम्मीद है कि बंदियों की अदला-बदली में स्टील फैक्ट्री से निकले सैनिक रिहा हो जाएंगे। वहीं, रूस समर्पण करने वाले कुछ सैनिकों पर युद्ध अपराध का मुकदमा चलाने पर विचार कर रहा है। रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेंकोव ने बुधवार को कहा कि सोमवार से अभी तक कुल 700 से अधिक यूक्रेनी सैनिक स्टील फैक्ट्री से बाहर आए हैं। इनमें घायल सैनिक भी शामिल हैं।
रूसी सेना का अनुमान है कि स्टील फैक्ट्री के भीतर से करीब दो हजार सैनिक और विदेशी लड़ाके मुकाबला कर रहे थे। इस लिहाज से करीब आधे सैनिकों ने ही बाहर आकर समर्पण किया है। करीब एक हजार सैनिकों के फैक्ट्री की सुरंगों और भूमिगत बंकरों में अभी भी होने का अनुमान है। दोनों पक्ष खुद को हारा हुआ नहीं दिखाना चाहते, इसलिए सतर्कता से बयान दिए जा रहे हैं। यूक्रेन की उप रक्षा मंत्री हाना मालियार ने कहा है कि फैक्ट्री से सैनिकों की निकासी के लिए वार्ता जारी है। वार्ता के आगे बढ़ने पर फैक्ट्री के भीतर मौजूद सैनिकों को बाहर आने के लिए कहा जाएगा।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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