लखनऊ विश्वविद्यालय के विवादित प्रोफेसर रविकांत के साथ एक छात्र नेता ने मारपीट की। छात्र नेता को पुलिस ने हिरासत में लिया। प्रोफेसर रविकांत का आरोप है कि छात्र नेता ने उनके साथ मारपीट की। वहीं, छात्र नेता कार्तिक पाण्डेय का कहना है कि उसने जब यह जानना चाहा कि उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर पर गलत टिप्पणी क्यों की थी ? इसके बाद प्रोफेसर अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे। इस वजह से झगड़ा हुआ। कार्तिक समाजवादी पार्टी से जुड़ा बताया जा रहा है। कुछ दिनों पहले प्रोफेसर ने काशी विश्वनाथ मंदिर को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। इस मामले में उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई थी।
प्रोफेसर रविकांत ने बताया कि दोपहर एक बजे वह क्लास लेने जा रहे थे तभी छात्र नेता ने रास्ता रोका और मारपीट करने लगा। जब वह सामने आया तो ऐसा आभास नहीं था कि मारपीट करेगा। पहले वह पैर छूने के लिए नीचे झुका और उसके तुरंत बाद हमलावर हो गया। प्रोफेसर रविकांत के साथ दो सुरक्षाकर्मी भी थे। उन दोनों लोगों की मदद से छात्र को पकड़ लिया गया और पुलिस के हवाले किया गया। प्रोफेसर का आरोप है कि लखनऊ विश्वविद्यालय और प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। यही वजह है कि उनके ऊपर हमला हुआ है।
गौरतलब है कि लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में कई स्थान पर पोस्टर लगाए गए थे। पोस्टर पर लिखा गया था कि बाबा काशी विश्वनाथ एवं साधु-संतों पर अभद्र टिप्पणी करने वाले एसोसिएट प्रोफेसर पर कार्यवाही कब?
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