रिश्वत लेकर चीनी नागरिकों को वीजा दिलाने के मामले में सीबीआई ने भास्कर रमन को गिरफ्तार किया है। भास्कर पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के करीबी माने जाते हैं। सीबीआई ने मंगलवार को कार्ति चिदंबरम के कई ठिकानों पर छापा मारा था। उसके बाद देर रात चेन्नई से भास्कर रमन को गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के अनुसार सीबीआई ने 11 साल पुराने वीजा भ्रष्टाचार मामले में कार्ति चिदंबरम के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उसी केस में भास्कर रमन से पूछताछ कर रही थी। उसके बाद सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया है। कार्ति चिदंबरम और उनके सहयोगियों पर आरोप है कि इन्होंने रिश्वत लेकर चीनी नागरिकों को वीजा दिलाया था।
दरअसल, मामला 2011 का है। उस वक्त पी चिदंबरम गृह मंत्री थे। उस दौरान एक चीनी कंपनी को पंजाब के मनसा में पावर प्लांट बनाने का ठेका मिला था। कंपनी समय पर काम पूरा नहीं कर पा रही थी। ऐसे में जल्दी निर्माण कार्य पूरा करके जुर्माने से बचने के लिए कंपनी ने अतिरिक्त चीनी विशेषज्ञों को बुलाना चाहा, लेकिन गृह मंत्रालय की ओर से वीजा की संख्या सीमित थी। आरोप है कि एस भास्कर रमन ने कंपनी से 50 लाख रुपये लेकर 263 चीनी नागरिकों को वीजा दिलाया था। यह रिश्वत की रकम मुंबई की कंपनी बेल टूल्स लिमिटेड को भेजी गई और वहां से भास्कर रमन और कार्ति चिदंबरम तक पहुंच गई थी।
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