ज्ञानवापी मामले में दो प्रार्थना पत्रों पर सुनवाई होगी। सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर के न्यायालय में 17 मई को दो प्रार्थना पत्र दिये गये थे। पहला पत्र शासकीय अधिवक्ता महेंद्र प्रसाद पांडेय ने परिसर में सील किए गए स्थान को लेकर दिया था। जिसमें नमाजियों के लिए पानी और शौचालय की व्यवस्था की बात कही गयी है। दूसरे प्रार्थना पत्र में श्रृंगार गौरी मामले की वादिनी मंजू व्यास, रेखा पाठक और सीता साहू की ओर से दिया गया था। इसमें कहा गया है कि शिवलिंग के सामने नंदी के बीच की दीवार को गिरा कर सर्वे किया जाये।
हिंदू पक्ष द्वारा मंडप का सर्वे का मुद्दा भी उठाया गया है। शिवलिंग के सामने उत्तर और पूरब की दीवार को हटाने की मांग की गई है। जबकि शासकीय अधिवक्ता महेंद्र प्रसाद पांडेय ने मांग की है कि मानवीय दृष्टिकोण से सबसे पहले मछलियों को तालाब से हटा दिया जाये।
वहीं, अधिवक्ता आयुक्त को कल मामले से न्यायालय ने हटा दिया था। अधिवक्ता आयुक्त का कहना है कि यह सामान्य प्रक्रिया है। कुछ लोग नहीं चाहते थे कि मैं कार्रवाई में साथ रहूं। विशेष अधिवक्ता आयुक्त विशाल सिंह ने कहा कि सर्वे की रिपोर्ट हम दो दिन में न्यायालय में प्रस्तुत कर देंगे। आज दोपहर बाद दोनों प्रार्थना पत्रों पर सुनवाई होगी।
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