वैशाख पूर्णिमा के दिन आज लाखों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने हरिद्वार के गंगा घाटों पर उमड़े। चारधाम यात्रा और पर्यटन सीजन के पर्यटक भीड़ के चलते गंगा नगरी में यातायात व्यवस्था चरमरा गई। वैशाख पूर्णिमा जिसे बुद्ध पूर्णिमा भी कहते हैं। आज के दिन ही भगवान गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। सनातन धर्म में इस तिथि को बुद्ध पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। बुद्ध पूर्णिमा का पर्व बौद्ध अनुयायियों के साथ-साथ हिंदुओं के लिए भी खास महत्व रखता है।
माना जाता है कि भगवान विष्णु ने महात्मा बुद्ध के रूप में 23वां अवतार लिया था। बौद्ध पंथ के अनुयायी, हरिद्वार में बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए हर साल आते हैं। आज सुबह से ही गंगा के घाटों में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी। लाखों की संख्या में गंगा स्नान करने वालों में चारधाम यात्रा पर आए तीर्थ यात्री भी शामिल रहे। तीन दिन का अवकाश होने की वजह से मसूरी, ऋषिकेश आने वाले पर्यटकों के वाहनों की भीड़ से यातायात व्यवस्था भी चरमरा गई।
हरिद्वार पुलिस ने भारी वाहनों के शहर में प्रवेश को प्रतिबंधित किया हुआ था, लेकिन छोटे वाहन ही इतनी संख्या में थे कि हरिद्वार के गायत्री चौराहे से ज्वालापुर तक करीब दस किमी का सफर तय करने में चार घंटे का समय लग रहा था। ऋषिकेश से ऊपर की तरफ भी 5 किमी का सफर तय करने में दो से तीन घंटे लग रहे थे।
जाम की एक बड़ी वजह यह भी बताई गई कि चारधाम सीजन शुरू होने के बाद भीमगोड़ा फ्लाईओवर पर काम एनएच ने शुरू किया, जिससे यातायात में लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। पुलिस और ट्रैफिक संभाल रहे सिपाही भी हालात बेकाबू होते देख भीषण गर्मी में एक किनारे खड़े हो गए। फोरलेन सड़क पर उमड़ा गाड़ियों का रेला देख ऐसा लग रहा था कि यहां सिक्स लेन सड़क की जरूरत है।
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