सहारनपुर में हाजी इकबाल और उसके भाई महमूद अली की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बन गई है। पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने हाजी के बेटे अलीशान को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। अलीशान और तीन अन्य भाई भी गैंगस्टर मामले में वांछित चल रहे हैं।
उत्तरप्रदेश के सबसे बड़े खनन माफिया पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल और महमूद अली पिछले आठ महीनों से फरार चल रहे हैं। इन दोनों भाईयों के साथ-साथ उनके परिवार के सदस्य भी गैंगस्टर और अन्य मुकदमें में वांछित है। इन पर आय से अधिक संपत्ति जोड़ने से लेकर दो दर्जन गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने दिल्ली में हाजी इकबाल के बेटे अलीशान को लाजपत नगर में एक घर से गिरफ्तार कर लिया। अलीशान के भाई जावेद, वाजिद और अफजाल अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि अलीशान को कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड में लेकर पूछताछ की जाएगी। उन्होंने बताया कि अन्य फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस सर्विलांस तकनीक की मदद ले रही है। जल्द ही अन्य वांछित पुलिस की गिरफ्त में होंगे। उल्लेखनीय है कि हाजी इकबाल के करीबी राव लईक और नसीम पहले ही पुलिस की पकड़ में आ चुके हैं, जिनके पास इकबाल और महमूद की बेनामी सम्पत्तियों के होने के प्रमाण मिले हैं। उनके साझेदार रहे अमित जैन ने भी आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है।
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