बिहार में नवादा जिले के कौआकोल थाना क्षेत्र में असामाजिक गतिविधि एक बार फिर से बढ़ गई है। बुधवार की देर रात्रि नक्सलियों ने थाना क्षेत्र के गुआघोघरा गांव में थाना प्रभारी के सर कलम की धमकी भरा पोस्टर चिपका कर दहशत फैला दिया है। हालांकि शुरुआती तौर पर इस घटना में असामाजिक तत्वों का ही हाथ बताया रहा है।
जानकारी के अनुसार गुआघोघरा गांव के चौकीदार प्रमोद कुमार पासवान के घर एवं दुकान के बाहर दरवाजा पर तथा गांव के ही सरकारी विद्यालय के पास स्थित वन विभाग के फारेस्ट आवास के बाहर सफेद कागज पर लाल रंग से लिखा धमकी भरा पोस्टर चिपकाया गया है। पोस्टर में जय किसान, जय जवान, माओवादी कम्युनिस्ट पार्टी जिंदाबाद लिखकर चौकीदार एवं थानेदार को सम्बोधित करते हुए दारू माफिया, बालू एवं लकड़ी लदे ट्रैक्टर को पकड़ने एवं पकड़वाने वाले की खैर नहीं कहकर छह इंच छोटा करने की धमकी दी गई है। इस तरह की घटना में स्थानीय शराब एवं लकड़ी माफिया का हाथ हो सकता है। बहरहाल पुलिस ने चौकीदार की सूचना पर गुआघोघरा गांव जाकर पोस्टर को जब्त कर थाना ले आई है।
थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि उक्त संदर्भ में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस कार्रवाई में जुट गई है। उन्होंने भी इस घटना में नक्सलियों का हाथ होने से इंकार करते हुए प्रथम दृष्टया स्थानीय असामाजिक तत्वों के शामिल होने की बात कही है। हालांकि सर कलम की धमकी भरा पोस्टर से थाना अध्यक्ष सहित आम नागरिकों की चेहरे की भी हवाइयां उड़ी है। किसी भी समय कोई अनहोनी की घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
नए एसपी गौरव मंगला का योगदान करते नक्सलियों ने इस तरह की चुनौती देकर एसपी को भी सकते में डाल दिया है। उग्रवादियों के पोस्टर चिपकाकर धमकी दिए जाने से जंगली इलाके में भी दहशत का माहौल व्याप्त है। घने जंगल होने के कारण पुलिस गश्ती करने में भय खा रही है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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