किसान आन्दोलन के बाद पंजाब में बढ़ी खालिस्तानी तत्वों की सक्रियता व राज्य में खालिस्तान के प्रति सॉफ्ट कॉर्नर रखने वाली आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद हालात दिनों दिन बिगड़ते दिख रहे हैं। बीती रात मोहाली में पंजाब पुलिस के गुप्तचर विभाग के कार्यालय में बम विस्फोट का प्रयास हुआ जिससे पूरा राज्य हिल गया है। राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद जिस प्रकार से हथियार व विस्फोटक पदार्थ पकड़े जा रहे है, उससे इस बात के साफ संकेत हैं कि आतंकी राज्य में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है। क्योंकि खूफिया विभाग के मुख्यालय में केवल आतंकियों की ही नहीं बल्कि आतंकी गतिविधियों से जुड़ी हर जानकारी होती है। यही कारण है इस विस्फोट को आतंकी घटना के रूप में देखा जा रहा है।
मोहाली सेक्टर -77 में इंटेलिजेंस दफ्तर की ईमारत के तीसरे तले पर जोरदार धमाके की आवाज सुनाई देने से हडक़ंप मच गया। बताया जाता है कि आरपीजी ( रॉकेट प्रोपेनल ग्रेनेड) गिरा और इससे धमाके जैसी आवाज हुई। धमाका देर शाम करीब 7.45 बजे हुआ। पुलिस का कहना है कि ग्रेनेड फटा नहीं है। पूरे एरिया को सील कर दिया गया। चंडीगढ़ और पूरे पंजाब में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। ग्रेनेड अटैक से बिल्डि़ंग की तीसरी मंजिल की खिडक़ी के शीशे टूट गए और दीवार को भी नुकसान पहुंंचा है।
पूरे क्षेत्र में आज सुबह से भी सर्च अभियान चलाया जा रहा है। इंटेजिलेंस आफिस के आसपास के क्षेत्र को पुलिस ने सील कर रखा है। अभी तक यह सुराग नहीं मिल पाया है कि इंटेलिजेंस आफिस की इमारत पर कहां से ग्रेनेड दागा गया। पूरे क्षेत्र को पुलिस ने अपने कब्जे में ले रखा है।
उधर, मोहाली के एसपी (हेडक्वार्टर) रविंदरपाल सिंह ने कहा है कि इंटेलिजेंस के हेडक्वार्टर की बिल्डिंग पर माइनर अटैक हुआ है। कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। खिडक़ी टूटी है, लेकिन अंदर नुकसान नहीं हुआ। सडक़ से अटैक हुआ है, जिसकी जांच जारी है। पुलिस व इंटेजिलेंस के सारे आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। पुलिस टीम की तरफ से जांच की जा रही है। पुलिस केस दर्ज करने की तैयारी में जुटी है। मीडियाकर्मियों द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या यह आतंकी हमला है तो रविंदर पाल सिंह ने कहा कि इससे इन्कार नहीं किया जा सकता। हम इसकी जांच कर रहे हैंं। घटना की सभी एंगल से जांच की जा रही है।
इंटेजिलेंस मुख्यालय की बिल्डिंग पर ग्रेनेड अटैक वस्तुत: पंजाब पुलिस के दिमाग पर हमला है। बिगड़ती कानून व्यवस्था और पाकिस्तान से ड्रोन आने की घटनाओं के बीच पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग पर हुए इस हमले ने राज्य सरकार को हिला कर रख दिया है।
इसमें आतंकी कनेक्शन होने की संभावना ने पुलिस के संग मोहाली व चंडीगढ़ के लोगों की नींद उड़ा दी है। इस हमले ने बड़े खतरे का अंदेशा भी पैदा किया है। राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस पर चिंता जताई है और भगवंत मान सरकार को खतरे के प्रति चेताया है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हमले के बाद डीजीपी वीके भावरा से रिपोर्ट तलब की है। पिछले कुछ दिनों से पंजाब में आतंकियों के पकड़े जाने और विस्फोटक व हथियार मिल रहे थे। इसके बावजूद पंजाब पुलिस के इंटेजिलेंस हेडक्वार्टर पर इस तरह का हमला सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल उठाता है।
पंजाब पुलिस भले ही आधिकारिक रूप से इसे माइनर विस्फोट बता रही हो लेकिन हकीकत यह है कि हमला पंजाब पुलिस के दिमाग पर किया गया है। मोहाली के सेक्टर-77 के खुफिया विभाग के जिस मुख्यालय में हमला हुआ है वहां से सारी खुफिया जानकारी एकत्र की जाती है। यहीं से न केवल राज्य बल्कि केंद्र सरकार और केंद्रीय खुफिया एजेंसी को भी जानकारियां भेजी जाती हैं।
पंजाब पुलिस भले ही इसे अभी आतंकी हमला नहीं मान रही है लेकिन जिस सुनियोजित तरीके से हमला हुआ है, उसे नजरंदाज नहीं किया जा सकता है। पिछले दिनों ही चंडीगढ़ में बुड़ैल जेल की दीवार के पास टिफिन बम पकड़ा गया था। उसके बाद पंजाब से संबंध रखने वाले चार आतंकी विस्फोटक के साथ हरियाणा के करनाल में पकड़े गए। वहीं एक दिन पहले रविवार को तरनतारन में आरडीएक्स के साथ दो आतंकी गिरफ्तार किए गए थे।
राजनीतिक दलों ने जताई चिन्ता
इस बीच राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस घटना पर चिंता जताई है। पंंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग और पंजाब भाजपा के महासचिव सुभाष शर्मा ने इस घटना को बेहद चिंताजनक और सुरक्षा में बड़ी चूक बताया है। उन्होंने भगवंत मान सरकार को इस मामले में कड़े कदम उठाने और सुरक्षा व्यवस्था को तुरंत चुस्त व दुरुस्त करने की मांग की है।
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