उत्तराखंड से आकर बिजनौर जिले में बहने वाली मालन नदी को फिर से पुनः जीवन देने के लिए संकल्प लेते हुए हवन किया गया है। हवन पूजन में खुद डीएम बैठे और उन्होंने नाले में तब्दील होचुकी मालन की सफाई के लिए पहला फावड़ा चलाया।
डीएम उमेश मिश्रा की मेहनत रंग लाने लगी है, करीब एक हज़ार फावड़े लिए लोगो ने मालन नदी की सफाई का काम शुरू किया। इससे पहले डीएम उमेश मिश्रा और सीडीओ के पी सिंह आदि अधिकारियो ने हवन पूजन कर मालन सफाई का संकल्प लिया।
डीएम उमेश मिश्रा ने कहा कि उत्तराखंड से निकल कर बिजनौर से होकर जाने वाली मालन नदी के 53 किमी क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त करके उसके दोनों तरफ वृक्षारोपण किया जायेगे ग्रीन बेल्ट को विकसित किया जाएगा। जंल शक्ति अभियान के तहत इस गंगा सखी को फिर से हम सभी जलमग्न देखना चाहते है और इस बारिश के दौरान इसमे पानी की अविरल धारा बहेगी। उन्होंने कहा कि मालन नदी के दोनो तरफ एक सभ्यता बसती है। मालन नदी दुष्यंत शकुंतला के प्रणय की साक्षी रही है जिसका जिक्र पुराने महाकाव्यों में हुआ है।
सीडीओ के पी सिंह ने बताया कि बिजनौर जिले में तालाब और नदियो को फिर से नया जीवन मिल रहा है , इन्हें इंसानी लालच ने खत्म कर दिया था। हलदुखत्ता से गंगा संगम तक श्रमदान अभियान की शुरुआत करते हुए डीएम उमेश मिश्रा ने सबसे पहला फावड़ा चलाया और उसके साथ ही फिर एक हजार से ज्यादा फावड़े चलने लगे।
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