इस साल बद्रीनाथ में मास्टर प्लान पर काम शुरू हो गया है साथ ही श्रीहेमकुंड साहिब गुरुद्वारे के लिए भी रोपवे का काम शुरू होने जारहा है। गुरुद्वारे के कपाट 22 मई को खुलेंगे लेकिन यात्रा को 19 मई से ऋषिकेश से शुरू कर दिया जाएगा।
श्री हेमकुंड साहिब वो पवित्र स्थान है जहां दशम गुरु, गोबिंद सिंह जी ने पूर्व जन्म में तपस्या की थी ऐसा उल्लेख उनके लिखे ग्रन्थ विचित्र नाटक में मिलता है। बद्रीनाथ से पहले गोबिंद घाट से 19 किमी की चढ़ाई के बाद श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे के दर्शन होते है। यहां श्रद्धालुओं को दोपहर 12 बजे के बाद, ऑक्सीजन की कमी के चलते रुकने नही दिया जाता। यात्री वापसी पर गोविंद धाम में रुकते है।
इस साल श्री हेमकुंड यात्रा 19 मई से ऋषिकेश बेस कैम्प से शुरू होगी, 21 मई को गुरुद्वारे के कपाट खुलेंगे। ये जानकरी देते हुए श्री हेमकुंड यात्रा समिति के प्रबंधक स.दर्शन सिंह ने बताया कि सभी यात्रियों को कोविड रिपोर्ट और साथ मे मेडिकल रिपोर्ट लाने को कहा जारहा है। उन्होंने अपील की है कि अस्वस्थ्य और ज्यादा उम्र के श्रद्धालुओं को श्री हेमकुंड साहिब जाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि पैदल यात्रा है और ऊपर ऑक्सीजन की कमी भी रहती है।
रोपवे की तैयारी
पीएम मोदी द्वारा श्री हेमकुंड के लिए रोपवे बनाये जाने की घोषणा पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान की गई थी, जानकारी के मुताबिक इस रोपवे को नैशनल हाइवे अथॉरिटी द्वारा बनाया जाना है और इसके लिए यहाँ सर्वे आदि का काम शुरू हो चुका है।
बद्रीनाथ में दुकाने खाली कराने के लिए नोटिस
बद्रीनाथ नगरी में जिला पर्यटन अधिकारी के निर्देश पर 24 दुकानों के स्वामियों को मुआवजा दे दिया गया है। इन दुकानों में किरायेदार काबिज है जिन्हें 5 दिन में खाली करने को कहा गया है। पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह ने कहा कि बद्रीनाथ मास्टर प्लान के तहत यहां काम शुरू होने है ये 24 दुकाने ध्वस्त की जानी है।ताकि बद्री विशाल के प्रांगण को चौड़ा किया जा सके।
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