मुरादाबाद के सपा नेता को निगम अधिकारी के साथ बदजुबानी करना महंगा पड़ गया है। मुरादाबाद प्रशासन ने उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कारवाई करने की फाइल तैयार कर दी है।
यूसुफ मलिक ने करीब दो महीने पहले नगर निगम के अपर नगर आयुक्त अनिल सिंह को फोन पर धमकाया था। सिंह ने यूसुफ के समधी के घर को निगम टैक्स नहीं चुकाने पर सील किया था। इस घटना के बाद निगम कर्मी हड़ताल पर चले गए थे। बाद में अनिल सिंह की तहरीर पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी और यूसुफ मलिक के दामाद और समधी को जेल भेज दिया था। वहीं, मलिक ने रामपुर जाकर अपने एक पुराने केस में आत्मसमर्पण कर दिया था, जिसकी अभी जमानत नहीं हुई है।
यूसुफ मलिक आजम खां के नाम पर अपनी राजनीति चलाते रहे हैं और उन पर पहले से ही 17 मुकदमे दर्ज हैं। प्रशासन ने अब उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाने की फाइल तैयार कर ली है। एसएसपी कार्यालय से ये फाइल अब डीएम के पास मंजूरी के लिए गई है। डीएम द्वारा इस पर विधिक राय ली जा रही है क्योंकि रासुका लगाए जाने पर डीएम और एसएसपी को हाई कोर्ट के समक्ष इस बारे में स्पष्टीकरण भी देना होता है।
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