पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष चौधरी सुनील कुमार जाखड़ को शायद पहले ही मालूम था कि आज क्या होने वाला है। तभी उन्होंने पहले ही इसकी पूर्व घोषणा कर दी थी। अनुशासन समिति की बैठक से पहले जाखड़ ने ट्वीट करके कहा था कि-आज सिर कलम उनके होंगे, जिनका जमीर होगा। हुआ भी वैसा ही। समिति ने उन्हें निलंबित करने की सिफारिश की है। अनुशासन समिति ने यह सिफारिश सोनिया गांधी को भेजी है। अब इस पर अंतिम फैसला उनको करना है।
सुनील जाखड़ पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. बलराम जाखड़ के बेटे हैं। जाखड़ को कद्दावर नेता माना जाता है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जब सीएम पद से इस्तीफा दिया था तो जाखड़ ऐसे नेता थे, जिन्हें अधिकांश विधायक सीएम बनाने के पक्षधर थे। कैप्टन अमरिंदर सिंह के हटने के बाद सुनील जाखड़ का सीएम बनना लगभग तय हो गया था, लेकिन अंबिका सोनी के एक बयान ने जाखड़ के सपनों व पार्टी की रणनीति पर पानी फेर दिया। अंबिका ने कहा था कि पंजाब में कोई सिख ही सीएम बनना चाहिए।
अंबिका सोनी के इस बयान के बाद सुनील जाखड़ सीएम पद की दौड़ से बाहर हो गए। सुनील जाखड़ इससे काफी आहत थे। पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने कई बार इशारों-इशारों में इसका जिक्र किया। हाल फिलहाल सुनील जाखड़ ने एक साक्षात्कार में टिप्पणी की थी। उनकी इस टिप्पणी को पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ बताया गया। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा था, लेकिन जाखड़ ने इसका जवाब नहीं दिया।
अब पार्टी की अनुशासन कमेटी ने सुनील जाखड़ को पार्टी से दो वर्ष के लिए निष्कासित करने की सिफारिश सोनिया गांधी से की है। हालांकि उनके निष्कासन का अंतिम फैसला सोनिया गांधी को करना है।
वहीं, सुनील जाखड़ ने आज ट्वीट कर कहा कि आज सिर कलम उनके होंगे, जिनका जमीर होगा। यानी उनका कहना था कि जो स्वाभिमानी होगा उस पर कार्रवाई होगी। वैसे सुनील जाखड़ पहले ही सक्रिय राजनीति से दूर हैं। उन्होंने पंजाब चुनाव के बाद कहा था कि अब वह सक्रिय राजनीति में हिस्सा नहीं लेंगे।
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