पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दू लड़कियों के साथ जबरदस्ती रुकने का नाम नहीं ले रही है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक नाबालिग हिन्दू लड़की का जबरन कन्वर्जन कराकर निकाह कराने का मामला सामने आया है। लड़की के घर वाले पुलिस के पास गए, लेकिन कोई कार्रवाई न होने से निराश हैं।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के उमरकोट निवासी एक नाबालिग हिंदू लड़की का कुछ दिनों पूर्व अपहरण कर लिया गया था। घर वाले परेशान होकर पुलिस के पास गए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। सोमवार को पता चला कि उस लड़की जबरन कन्वर्जन कराकर उसका नाम मरियम रख दिया गया है। उसके बाद पीड़िता का निकाह एक मुस्लिम युवक अहमद अली से करा दिया गया। निकाह कराते समय यह भी ध्यान नहीं रखा गया कि लड़की नाबालिग थी।
लड़की के घर वालों ने पुलिस से लेकर प्रशासन तक हर संभव कोशिश की, किन्तु पहले अपनी बच्ची को ढूंढ़ नहीं पाए और जब मिली, तब तक एक नाबालिग लड़की का जबरन कन्वर्जन कराकर उसका निकाह उम्र में उससे बहुत बड़े मुस्लिम से कराया जा चुका था। बाकायदा उसका निकाहनामा जारी कर कन्वर्जन की पुष्टि भी की गयी।
अल्पसंख्यकों के बीच काम करने वाली संस्था वॉइस ऑफ पाकिस्तान माइनॉरिटी का कहना है कि पाकिस्तान में नाबालिग हिन्दू लड़कियों को गायब करके उनका जबरन कन्वर्जन कराना और फिर किसी भी बड़ी उम्र के मुस्लिम व्यक्ति से उसका जबरन निकाह कराना आम बात हो गयी है। इसे रोकने की तमाम कोशिशें इसलिए नाकाम होती हैं क्योंकि इन्हें सत्ता का समर्थन प्राप्त रहता है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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